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- आरुषि केस: कैदी नंबर-9342, 9343 बने राजेश-नूपुर

सीबीआई ने उनके लिए सजा-ए-मौत मांगी थी. सीबीआई ने अपनी दलील में कहा था कि तलवार दंपति ने केवल आरुषि और हेमराज की न केवल हत्या की गई बल्कि उनके शवों को ब्लेड से काटा भी, इसलिए यह गंभीरतम अपराध की श्रेणी में आता है. लिहाजा उन्हें फांसी की सजा दी जानी चाहिए.
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