Wayanad By-Poll 2024: वायनाड में लोकसभा सीट पर उपचुनाव में मतदान प्रतिशत में गिरावट, करीब 65 फीसदी लोगों ने डाले वोट

Last Updated 14 Nov 2024 10:30:27 AM IST

केरल में बुधवार को वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव में लगभग 65 फीसदी मतदान दर्ज किया गया, जो अप्रैल में लोकसभा चुनाव के दौरान क्षेत्र में दर्ज मतदान से कम है।


वायनाड से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा अपनी चुनावी पारी का आगाज कर रही हैं।

इस आम चुनाव में प्रियंका के भाई राहुल गांधी वायनाड में कांग्रेस के उम्मीदवार थे। उस दौरान क्षेत्र में 74 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में जब राहुल पहली बार वायनाड से मैदान में उतरे थे, तब वहां 80 प्रतिशत से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया था।

वायनाड में लोकसभा उपचुनाव के लिए सुबह तेजी से मतदान हुआ और शुरुआती आठ घंटों में वहां 50 फीसदी से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, रात नौ बजे तक क्षेत्र में 64.72 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।

कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने वायनाड में कम मतदान से प्रियंका की जीत का अंतर कम होने की आशंकाओं को खारिज किया।

केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि वायनाड में कम मतदान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के दबदबे वाले क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच उत्साह की कमी का नतीजा है।

वहीं, एलडीएफ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने यूडीएफ के दावे को खारिज किया और कहा कि मतदान प्रतिशत में कमी कांग्रेस और उसके सहयोगियों के दबदबे वाले क्षेत्रों में लोगों के वोड डालने के आगे नहीं आने का परिणाम है।

दूसरी ओर, त्रिशूर जिले की चेलक्करा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में करीब 72.77 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।

दोनों सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ। कुछ मतदान केंद्रों से ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में खराबी की शिकायतें जरूर आईं, लेकिन निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने तत्काल उनका निस्तारण कराया।

वायनाड में इस साल जुलाई में भीषण भूस्खलन की घटनाओं से प्रभावित लोगों के लिए स्थापित मतदान केंद्रों पर भावुक नजारा देखने को मिला। मतदाता आपदा के कई महीनों बाद अपने पड़ोसियों और करीबी दोस्तों को देखकर भावुक हो गए।

भूस्खलन से प्रभावित लोगों को उन शिविरों से मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए विशेष मुफ्त वाहन सेवा उपलब्ध कराई गई, जहां वे अस्थायी रूप से रह रहे हैं।

लोग वायनाड में 1,354 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए सुबह से ही पहुंचने लगे। निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस क्षेत्र में 14 लाख से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं।

वायनाड लोकसभा क्षेत्र के तहत सात विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें वायनाड जिले की मनंतावाडी (सुरक्षित), सुल्तान बथेरी (सुरक्षित) और कलपेट्टा, कोझिकोड जिले की तिरुवमबाडी तथा मलप्पुरम जिले की ईरानद, निलांबुर और वंडूर सीट शामिल हैं।

लोकसभा चुनावों में रायबरेली से जीत के बाद राहुल गांधी के वायनाड सीट खाली करने के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया गया।

वायनाड लोकसभा उपचुनाव में कुल 16 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई। यूडीएफ उम्मीदवार प्रियंका गांधी को एलडीएफ प्रत्याशी सत्यन मोकेरी और राजग उम्मीदवार नव्या हरिदास ने चुनौती दी।

चेलक्करा विधानसभा सीट पर भी लोग उपचुनाव में वोट डालने के लिए सुबह-सुबह मतदान केंद्रों पर उमड़ने लगे। इस निर्वाचन क्षेत्र में 177 मतदान केंद्र बनाए गए थे।

चेलक्करा में एलडीएफ नेता के राधाकृष्णन के अलाथुर से लोकसभा के लिए सांसद चुने जाने के बाद उपचुनाव कराना पड़ा। इस सीट पर कुल छह उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा।


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Rajasthan By-Election Voting Highlights: राजस्थान उपचुनाव में सात सीटों पर वोटिंग खत्म , 65 परसेंट तक हुआ मतदान

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देश की खबरें | राजस्थान: सात विधानसभा सीट पर उपचुनाव में लगभग 69.29 प्रतिशत मतदान
जयपुर, 13 नवंबर राजस्थान में विधानसभा की सात सीट पर उपचुनाव के लिए बुधवार को हुए मतदान में लगभग 69.29 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। अधिकारियों ने बताया कि मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण और सफल रहा।

मतगणना 23 नवंबर को होगी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि सात विधानसभा क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के समय संभावित मतदान का प्रतिशत 69.29 दर्ज किया गया।

उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को मतदान दस्तावेजों की जांच के बाद ही मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे।

विधानसभा की इन सात सीट में सबसे ज्यादा मतदान खींवसर क्षेत्र में हुआ। खींवसर सीट पर सर्वाधिक 75.62 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राज्य की झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ विधानसभा सीट पर मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हुआ।

महाजन ने बताया कि कुछ मतदान केन्द्रों पर शाम छह बजे के बाद भी मतदाताओं की कतारें लगी थीं और शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों पर सुबह सात बजे से ही मतदाता मतदान के लिए पहुंचने लगे थे।

बुधवार रात तक के आंकड़ों के अनुसार, खींवसर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 75.62 प्रतिशत और दौसा में सबसे कम 62.1 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

आंकड़ों के मुताबिक, रामगढ़ में 75.27 प्रतिशत, चौरासी में 74.1 प्रतिशत, सलूम्बर में 67.01 प्रतिशत, झुंझुनू में 65.8 प्रतिशत और देवली उनियारा में 65.1 मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग के स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुगम और समावेशी चुनाव के निर्देशानुसार विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के साथ व्यापक और नियमित रूप से तैयारियों की समीक्षा की गई।

अधिकारी ने बताया कि पहली बार मतदान केन्द्र के बाहर से भी सीधा प्रसारण और पर्यावरण अनुकूल ‘ग्रीन एंड क्लीन’ पोलिंग बूथ की संकल्पना को साकार किया गया।

उन्होंने बताया कि पहली बार मतदान करने वाले युवाओं सहित अन्य मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर प्रमाण-पत्र दिए गए और पौधारोपण करवाया गया। महाजन ने बताया कि सात विधानसभा क्षेत्रों के 1,915 मतदान केन्द्रों में से 1,170 पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग करवाई गई।

मतदान के दौरान तकनीकी त्रुटियों के कारण एक बैलट यूनिट, एक कंट्रोल यूनिट और 13 वीवीपैट बदले गए।

अधिकारियों के अनुसार, मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। हालांकि देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में एक निर्दलीय उम्मीदवार द्वारा चुनावी ड्यूटी पर तैनात एक अधिकारी (एसडीएम) को कथित तौर पर थप्पड़ मारने की घटना भी हुई है।

राज्‍य की जिन सात सीटों पर उपचुनाव हुआ उन पर कुल 69 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 10 महिलाएं और 59 पुरुष हैं।

इन सात सीटों पर कुल 19.37 लाख मतदाता हैं। मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए नौ हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया।

वर्तमान में 200 सीट वाली राज्य विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के 114 विधायक, कांग्रेस के 65, भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के तीन, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के दो, राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) का एक और आठ निर्दलीय विधायक हैं।
 

भाषा
वायनाड/ त्रिशूर (केरल)


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