नये साल का जश्न मना रहे लोगों पर आतंकवादी हमला, अमेरिका के लिए चेतावनी
अमेरिका के न्यू ऑरलियंस शहर में नये साल का जश्न मना रहे लोगों पर आतंकवादी हमले में 15 लोग मारे गए और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
अमेरिका के लिए चेतावनी |
पुलिस के अनुसार हमलावर ने शहर के फ्रेंच क्वार्टर में पैदल चलने वालों की भीड़ में अपना ट्रक चढ़ा दिया। इस आतंकी हमले से जाहिर होता है कि किसी आतंकवादी संगठन की मदद के बिना अकेले व्यक्ति द्वारा किए गए हमले का खतरा भी दूर नहीं हुआ है।
इस हमले को अंजाम देने वाला 42 वर्षीय शमसुद्दीन जब्बार अमेरिकी नागरिक है और वह अमेरिकी सेना में अपनी सेवाएं दे चुका है। घटना के बाद पुलिस मुठभेड़ में वह मारा गया। उसके ट्रक से पुलिस को इस्लामिक स्टेट (आईएस) का झंडा मिला है। आतंकी वारदात से कुछ पहले उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करके यह बताया था कि वह आईएस से प्रेरित है।
इस हमले के कुछ देर बाद अमेरिका के ही लास वेगास में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक होटल के बाहर टेस्ला साइबर ट्रक में विस्फोट हुआ जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और करीब 10 लोग घायल हो गए। आईएस जो एक खतरनाक आतंकी संगठन है वह 2017 के अंत तक इराक और सीरिया में अपनी अधिकांश जमीन को दी है।
अमेरिका के न्यू ऑरलियंस और लॉस वेगास के हमले से ऐसा प्रतीत होता है कि वह अपनी खोई हुई जमीन और ताकत को पाना चाहता है। याद रखना चाहिए कि एक समय ऐसा था जब दुनिया भर से जिहाद समर्थक लड़ाकू सीरिया कूच कर रहे थे। यूरोप से भी अनेक गुमराह युवा सीरिया के जिहाद में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।
एक दशक पूर्व पूरी दुनिया में आईएस का आतंक कायम हो गया था। अमेरिकी जांच एजेंसी न्यू ऑरलियंस के आतंकी हमले और लास वेगास में ट्रंप के होटल के बाहर हुए हमले के बीच किसी संभावित कनेक्शन की जांच कर रही है। अमेरिका की भाभी टेंपरेचर के लिए न्यू ऑरलियंस की आतंकी घटना एक बड़ी चेतावनी है।
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, सहित पश्चिमी देशों को अपने नागरिकों के कट्टरवाद की जड़ों तक पहुंचना चाहिए और इसका मुकाबला करने के लिए प्रभावशाली तरीकों को अपनाना चाहिए। दुनिया की किसी भी हिस्से में सक्रिय आतंकवाद किसी ने किसी विचारधारा से प्रेरित है जाहरि रही से हटाने के लिए ताकत के साथ विचारधारा का भी इस्तेमाल करना होगा।
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