बंगाल में राजनीतिक हिंसा चरम पर
पश्चिम बंगाल दौरे के दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पार्टी को चुनाव प्रचार को धार देते हुए कहा कि राज्य में अब राजनीतिक हिंसा चरम पर है।
गृह मंत्री अमित शाह |
उन्होंने यह बात शाम को बीरभूम में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हुए हमले की एक बार फिर कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा हिंसा का आलम यह है कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी नहीं बख्शा जाता है।
शाह ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार में बंगाल शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास में पिछड़ता गया। राज्य अब राजनीतिक हिंसा और भ्रष्टाचार में नंबर वन बन गया है। वहीं, किसान आंदोलन को ममता के समर्थन पर तंज कसते हुए शाह ने कहा कि आपके राज्य में 6 हजार किसानों को मिल जाएं, इसके लिए ही दस्तखत कर दीजिए।
चुनाव से पहले किसानों को फसल बीमा का फायदा न मिले, आपकी यही सोच है। शाह ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हुए हमले के लिए भी तृणमूल को जिम्मेदार ठहराया। शाह ने कहा- भाजपा अध्यक्ष पर हमला केवल भाजपा अध्यक्ष पर हमला नहीं, बंगाल के लोकतंत्र पर हमला है। इसकी जिम्मेदारी तृणमूल की सरकार और उसके कार्यकर्ताओं की है।
तृमूकां सरकार घुसपैठ नहीं रोक सकती
बांग्लादेशी घुसपैठ पर शाह ने कहा कि ममता सरकार घुसपैठ नहीं रोक सकती। घुसपैठ सिर्फ भाजपा ही रोक सकती है। बंगाल के अफसरों के तबादलों पर शाह ने कहा कि यह काम संवैधानिक दायरे में ही किया गया है। ममता दीदी को नियमों को कोट कर केंद्र सरकार से बात करनी चाहिए।
वहीं, नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध पर शाह ने कहा कि अभी तक इसके नियम फाइनल नहीं किए गए हैं।
| Tweet |