BJP MP Ramesh Bidhuri: ओम बिरला ने बिधूड़ी को दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी, TMC-AAP और कांग्रेस ने BJP को घेरा
लोकसभा में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा बसपा सांसद दानिश अली को कहे गए अपशब्दों का विवाद लगातार गहराता जा रहा है।
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कांग्रेस से लेकर टीएमसी और आप ने इस बयान को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। विवाद बढ़ने पर लोकसभा के रिकॉर्ड से रमेश बिधूड़ी के बयान से विवादित हिस्सा हटा दिया है।
इसके साथ ही विपक्ष ने लोकसभा स्पीकर से बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है तो वहीं लोकसभा के सूत्र यह बता रहे हैं कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रमेश बिधूड़ी को उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए अपशब्दों को लेकर कड़ी चेतावनी दी है।
इसके साथ ही कहा है कि अगर सदन में उन्होंने दोबारा इस तरह का व्यवहार किया तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
दरअसल, रमेश बिधूड़ी संसद के विशेष सत्र के चौथे दिन, कल यानी गुरुवार को लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर बोल रहे थे। तभी बीएसपी सांसद दानिश अली ने कोई टिप्पणी की. इस पर रमेश बिधूड़ी भड़क गए। उन्होंने लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया। हालांकि बिधूड़ी द्वारा बोले गए अपशब्दों को सदन की कार्यवाही से पहले ही निकाल दिया गया है।
वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस, टीएमसी, आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। उधर विवाद को बढ़ता देख रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा सांसद के बयान पर खेद जताया है, साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि, रमेश बिधूड़ी के अमर्यादित शब्दों को रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा।
कांग्रेस ने ट्वीट किया, PM मोदी, क्या आपने अपने सांसद रमेश बिधूड़ी का ये बयान सुना? वो एक दूसरे सांसद को उनके धर्म के आधार पर ऐसी गालियां दे रहे हैं जो यहां लिखी नहीं जा सकतीं। पूरा विश्वास है आपने सुना ही होगा, और अब आप इनका प्रमोशन जरूर करेंगे। वहीं, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने रमेश बिधूड़ी को पार्टी से निकालने की मांग की है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश- उन्होंने जो कहा है वह निंदनीय है। रक्षामंत्री की माफी नाकाफी, है। सदन के अंदर या बाहर ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। यह रमेश बिधूड़ी नहीं, बल्कि भाजपा पार्टी की सोच है। हमारी मांग है कि रमेश की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर लिखा, मुसलमानों, ओबीसी को गाली देना भाजपा की संस्कृति है। कईं को इसमें गलत नहीं दिखाइ देता। पीएम मोदी ने भारतीय मुसलमानों को अपनी ही धरती पर डर की ऐसी स्थिति में जीने पर मजबूर कर दिया है।
आप सांसद संजय सिंह ने भी रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई की मांग की है। बीजेपी गुंडागर्दी कर रही है। बिधूड़ी की भाषा एक गुंडे, माफिया की भाषा है। दानिश अली का अपमान सभी विपक्षी सांसदों का अपमान है। मणिपुर का मुद्दा उठाने पर मुझे निलंबित किया था, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
इस बीच उस समय सदन में मौजूद पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद हर्षवर्धन ने भी अपनी सफाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा है कि जब सदन में दो सांसद एक-दूसरे के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे, उस समय पूरे सदन के साथ-साथ वह भी उस घटना के गवाह थे। लेकिन, उनकी छवि खराब करने के लिए उन्हें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घसीटा जा रहा है, जिससे वे अपने आपको दुखी और अपमानित महसूस कर रहे हैं।
हर्षवर्धन ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "मैंने ट्विटर पर अपना नाम ट्रेंड होते देखा है, जहां लोगों ने मुझे इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घसीटा है, जहां दो सांसद सदन में एक-दूसरे के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।
हमारे वरिष्ठ और सम्मानित नेता राजनाथ सिंह पहले ही दोनों पक्षों द्वारा इस तरह की अनुचित भाषा के उपयोग की निंदा कर चुके हैं। मैं अपने मुस्लिम दोस्तों से पूछता हूं जो आज सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ लिख रहे हैं, क्या वे वास्तव में मानते हैं कि मैं कभी भी ऐसी अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल में भागीदार बन सकता था, जो किसी एक समुदाय की संवेदनाओं को ठेस पहुंचाती?
यह नकारात्मकता से भरी एक कुख्यात और मनगढ़ंत कहानी है और सोशल मीडिया पर कुछ निहित राजनीतिक तत्वों द्वारा मेरी छवि खराब करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। तीस वर्षों के सार्वजनिक जीवन में, मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लाखों मुस्लिम भाइयों और बहनों के साथ-साथ जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के सहयोगियों के साथ मिलकर काम किया है।
चांदनी चौक की ऐतिहासिक गलियों में पैदा हुआ और पला-बढ़ा, मैंने अपना बचपन वहां बिताया और अपने मुस्लिम दोस्तों के साथ खेलते हुए बड़ा हुआ। मैं अत्यंत विश्वास और दृढ़ विश्वास के साथ कह सकता हूं कि सभी मुस्लिम भाई और बहनें, जो कभी मेरे संपर्क में रहे हैं, वे मेरी भावनाओं और व्यवहार की गारंटी देंगे।
मैं चांदनी चौक के प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में जीतकर बहुत खुश था और यदि सभी समुदायों ने मेरा समर्थन नहीं किया होता तो ऐसा कभी नहीं हो पाता। मैं दुखी और अपमानित महसूस कर रहा हूं कि निहित स्वार्थ वाले कुछ लोगों ने इसमें मेरा नाम घसीटा है।''
हालांकि, मैं निस्संदेह एक-दूसरे पर फेंके जा रहे शब्दों की बाजीगरी का गवाह था (जो वास्तव में पूरा सदन था), मामले की सच्चाई यह है कि जो अराजकता थी, उसमें मैं स्पष्ट रूप से नहीं सुन सका कि क्या कहा जा रहा था।
मैं जीवन में हमेशा अपने सिद्धांतों पर कायम रहा हूं। और मैं अपने देश और इसके लोगों के हित को हर चीज से ऊपर रखते हुए, उनका पालन करने के बारे में कभी भी क्षमाप्रार्थी नहीं रहा हूं।"
आपको बता दें कि, गुरुवार को चंद्रयान-3 की सफलता और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियां को लेकर लोकसभा में देर रात तक चली चर्चा के दौरान बोलते हुए भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने बसपा सांसद दानिश अली के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया।
दोनों तरफ से चली तीखी बहस के बीच बिधूड़ी लगातार बसपा सांसद को अपशब्द कहते रहें। विपक्षी दलों द्वारा इस पर हंगामा करने के बाद पीठासीन सभापति ने बिधूड़ी के आपत्तिजनक शब्दों को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया।
लेकिन, विपक्षी दलों की तरफ से लगातार हंगामा जारी रहने पर लोकसभा के उपनेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिधूड़ी के शब्दों पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी नहीं सुनी है। लेकिन, अगर बिधूड़ी ने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया है, जिससे बसपा सांसद की भावना आहत हुई है तो वे इस पर खेद व्यक्त करते हैं और इन शब्दों को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया जाना चाहिए।
इसके अगले दिन शुक्रवार को विपक्षी दलों ने लोकसभा में दिए गए बिधूड़ी के उस भाषण के अंश को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए भाजपा और भाजपा सांसद बिधूड़ी पर तीखा हमला बोलना शुरू कर दिया। विपक्षी दल लोकसभा स्पीकर से बिधूड़ी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर रहे हैं।
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