Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे राकेश टिकैत, पुलिस ने बंद किए सभी रास्ते

Last Updated 28 May 2023 12:33:44 PM IST

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत जंतर मंतर में होने वाली महापंचायत में शामिल होने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे।


पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे रालोद प्रवक्ता भूपेंद्र चौधरी समेत करीब 50 लोगों को पुलिस ने रविवार को दिल्ली के अशोक रोड से हिरासत में ले लिया। चौधरी, जो एक किसान नेता भी हैं, ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि वे पहलवानों के विरोध में शामिल होने और महापंचायत में भाग लेने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। चौधरी ने कहा, हमें नहीं पता कि पुलिस हमें बस में कहां ले जा रही है। अब हम गुरुग्राम की ओर जा रहे हैं। हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेना चाहते थे।

इससे पहले पालम खाप के अध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी को हिरासत में लेकर वसंत विहार थाने ले जाया गया।

सोलंकी ने न्यूज एजेंसी को बताया, कई खाप नेताओं को भी पुलिस ने सीमा से हिरासत में लिया है और विभिन्न थानों में ले जाया गया है।

इस बीच, हरियाणा राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाली सीमाओं पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।

यहां पुलिस ने चारों तरफ से बैरिकेड कर किसानों को रोक दिया है। बड़ी संख्या में पहुंचे किसान यहां पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। राकेश टिकैत के पहुंचते ही किसान काफी उग्र हो गए और किसान और पुलिस के बीच खींचतान शुरू हो गई।

किसानों ने पुलिस के बैरिकेड को हटा दिया और दिल्ली की तरफ कूच करने की कोशिश की लेकिन सतर्क पुलिस टीम ने तुरंत सभी रास्तों को पूरी तरीके से ब्लॉक किया और किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया।



जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने और उनके समर्थकों ने एक महापंचायत का आयोजन किया है। इसी महापंचायत में पहुंचने के लिए अन्य राज्यों और जिलों से बड़ी संख्या में किसान नेता और अन्य समर्थक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की है। सिंह पर कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है।

सोनीपत सीमा पर हरियाणा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमने असामाजिक तत्वों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए बल तैनात किया है।

एक किसान नेता ने कहा कि उन्हें सोनीपत में रोक दिया गया है और वहां तैनात पुलिस दल उन्हें यह कहते हुए जाने नहीं दे रहे हैं कि उनके पास कोई अनुमति नहीं है।

सर्व खाप महापंचायत और विरोध करने वाले पहलवानों ने 28 मई को दिल्ली में नवनिर्मित संसद भवन के बाहर एक महिला पंचायत आयोजित करने का आह्वान किया था, जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया।

पिछले हफ्ते रविवार को हरियाणा के महम कस्बे में प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थन में हुई महापंचायत में दावा किया गया कि नवनिर्मित संसद भवन के बाहर रविवार को होने वाली पंचायत में देश भर की महिलाएं हिस्सा लेंगी।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, संसद भवन के आसपास भारी पुलिस बल तैनात है और किसी भी प्रदर्शनकारी को नए भवन की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि महापंचायत करने की अनुमति नहीं है।

इसके अतिरिक्त, मध्य दिल्ली में एक मजबूत उपस्थिति सुनिश्चित करने और पूरे कार्यक्रम में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पिकेट स्थापित किए गए हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पहले कहा था, समारोह को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

टिकरी, गाजीपुर, सिंघू और बदरपुर सीमा सहित सीमावर्ती क्षेत्रों में हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और पुलिस सीमाओं से प्रवेश करने वालों के लिए सघन वाहन जांच कर रही है।

पुलिस ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) से औपचारिक अनुरोध कर पुराने बवाना के कंझावला चौक स्थित एमसी प्राइमरी गर्ल्स स्कूल में एक अस्थायी जेल स्थापित करने की अनुमति मांगी है।


पुलिस ने दिल्ली में धारा 144 लगी होने का हवाला देते हुए किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया है। धीरे-धीरे किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है और किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सभी किसान जंतर-मंतर पर आयोजित महापंचायत में शामिल होने के लिए अलग-अलग जगहों से पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन दिल्ली के सभी बॉर्डर पर पुलिस द्वारा सील कर दिए गए हैं।

राकेश टिकैत जंतर-मंतर पहुंचेंगे, लेकिन उससे पहले वह गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद किसानों के साथ एक सभा करेंगे और उसके बाद वह जंतर मंतर के लिए रवाना होंगे।

इस महापंचायत को देखते हुए पहले ही पुलिस कई किसान नेताओं को उनके घर में ही नजरबंद कर चुकी है और उन्हें निकलने की पूरी तरीके से मनाही है।

गौरतलब है कि 23 अप्रैल स पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, और विनेश फोगट जैसे प्रमुख भारतीय पहलवान जंतर-मंतर पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
 

आईएननस
गाजियाबाद


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