इजरायली PM नेतन्याहू ने मुंबई में उद्योगपतियों से मुलाकात
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज सुबह नाश्ते की मेज पर भारतीय उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों से मुलाकात की.
नेतन्याहू ने नाश्ते पर की उद्योगपतियों से मुलाकात |
नेतन्याहू छह दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं. उन्होंने मुंबई में प्रतिष्ठित ताज होटल में उद्योगपतियों से वार्ता की. इसके बाद इसी परिसर में वह भारत-इजरायल कारोबारी सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
नाश्ते के दौरान मौजूद उद्योगपतियों में अजय पिरामल, राहुल बजाज, आदि गोदरेज, हर्ष गोयनका, आनंद महिंद्रा, दिलीप सांघवी, अशोक हिंदुजा, चंदा कोचर और अतुल पुंज शामिल थे.
यह भारत की वित्तीय राजधानी में इजरायल के किसी प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. इस दौरान नेतन्याहू 26/11 आतंकवादी हमलों के पीड़ितों के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे.
इसके बाद वह निकटवर्ती नरीमन हाउस जाएंगे, जहां वह 11 साल के मोशे होल्त्जबर्ग से मुलाकात करेंगे. मोशे के पिता रब्बी गैवियल होल्त्जबर्ग और मां रिवका की 2008 के मुबंई आतंकवादी हमलों के दौरान नरीमन हाउस में मौत हो गई थी. यह यहूदी दंपती दक्षिण मुंबई के कोलाबा इलाके में स्थित नरीमन हाउस में चबाड-लुबाविच मुहिम के लिए एक सांस्कृतिक केंद्र चलाता था.
इसके बाद नेतन्याहू ताज होटल में यहूदी समुदाय के करीब 25 से 30 सदस्यों से मुलाकात करेंगे.
इस समय भारत में यहूदी समुदाय के करीब 5000 सदस्य रह रहे हैं, लेकिन उनमें से अधिकतर लोग मुंबई को अपना घर बताते हैं. शहर में पहले बड़ी संख्या में यहूदी रहते थे लेकिन इजरायल के गठन के बाद करीब 33000 यहूदी वहां चले गए थे.
मुंबई में तीन मुख्य यहूदी समुदाय हैं- बेने इजरायल यहूदी, बगदादी यहूदी और मालाबार यहूदी. उनके लिए इजरायल के प्रधानमंत्री की यात्रा का मतलब पुराने मित्रों से फिर से जुड़ना और पुराने संबंधों को मजबूत करना है.
नेतन्याहू अपने तय कार्यक्रम का समापन करते हुए शालोम बॉलीवुड समारोह में शिरकत करेंगे जहां वह भारतीय सिनेमा जगत के जाने माने अभिनेताओं, निर्देशकों और निर्माताओं को इजरायल में आकर शूटिंग करने और इजरायली फिल्म और टीवी उद्योग के साथ मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित करेंगे.
नेतन्याहू के साथ मुख्य रूप से कृषि, रक्षा और साइबर सुरक्षा क्षेत्रों की 102 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले 130 सदस्यीय व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल आया है.
नेतन्याहू की अब तक की यात्रा में नवोन्मेष, स्टार्ट अप नवोन्मेष प्रणाली को मजबूत करने, सूचना प्रौद्योगिकी, रक्षा, इलेक्ट्रिक वाहनों और कृषि क्षेत्रों पर बयान और समझौते देखने को मिले हैं.
दोनों देशों के बीच 2016-17 में पांच अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ जबकि इससे पूर्ववर्ती वित्त वर्ष में यह 4.91 अरब डॉलर रहा था.
नयी दिल्ली में यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल की कंपनियों को देश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया था और कहा था कि भारत में अपार अवसर हैं.
भारत को अप्रैल 2000 से सितंबर 2017 तक की अवधि में इजरायल से 13 करोड डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मिला है.
| Tweet |