AI का स्याह पक्ष

Last Updated 14 Dec 2023 01:25:54 PM IST

कृत्रिम मेधा यानी एआई पर वैश्विक साझेदारी शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एआई को विकास का सबसे बड़ा जरिया बताया।


एआई का स्याह पक्ष

डीपफेक, साइबर सुरक्षा, डेटा चोरी की चुनौती के अलावा एआई उपकरणों के आतंकवादियों के हाथों में पड़ने को बड़ा खतरा बताया। हमें इस पर गौर करना होगा और इसके दुरुपयोग रोकने के लिए ठोस योजना बनानी होगी। एआई के नैतिक उपयोग के लिए वैश्विक योजनाएं बनाने की बात भी मोदी ने की। इसमें अधिक जोखिम और सीमांत एआई उपकरणों के परीक्षण और तैनाती का प्रोटोकॉल भी शामिल होगा।

एआई की स्वास्थ्य सेवाओं समेत अन्य क्षेत्रों को बदलने की क्षमता की तारीफ करते हुए मोदी ने नैतिक, आर्थिक और सामाजिक चिंताओं पर ध्यान देकर भरोसा बढ़ाने की बात की। एआई को विव्यापी आंदोलन बताते हुए उन्होंने इसके नकारात्मक पहलुओं पर चिंता जताई। एआई पर वैश्विक निर्भरता जिस तेजी से बढ़ती जा रही है, उस गति से अभी सुरक्षा उपायों पर ध्यान नहीं जा रहा है। अनुसंधानकर्ताओं, वैज्ञानिकों, विश्लेषकों के बड़े-बड़े दल कृत्रिम मेधा पर दिन-रात दुनिया भर में काम कर रहे हैं।

चुटकियों में प्राप्त हो रही सूचनाएं और तकनीकी का विस्तार जितना लुभावना प्रतीत हो रहा है, उसका स्याह पक्ष उतना ही खतरनाक साबित हो सकता है। कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम को मनुष्य की मेधा ने भले ही तैयार किया है मगर यह मशीनों द्वारा कृत्रिम तरीके से चलने वाली शक्ति है जिसकी क्षमताएं असीम हैं।

दुनिया भर की गोपनीय और  अंतरदेशीय सूचनाओं के आतंकवादियों के हाथ लगने के खतरों से सबको खबरदार रहना होगा। लगातार देखने में आ रहा है कि उग्र चरमपंथियों और  आतंकवादी गुटों में उच्चतम शिक्षा प्राप्त युवाओं को बरगला कर शामिल किया जा रहा है। इनमें तकनीकी और अभियांत्रिकी विशेषज्ञों की भी मिलीभगत का खुलासा होता रहा है।

एआई की क्षमताएं जिस तेजी से विकसित और प्रचलित की जा रही हैं, उससे दुनिया भर में लगभग हर क्षेत्र में सुविधा-संपन्नता सुलभ होती जा रही हैं। परंतु इसके खतरों के प्रति अभी उस स्तर की चेतना नहीं जागी है। एआई के साथ ही रोबोटिक्स, डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग, बिग डाटा इंटेलीजेंस, क्वांटम कम्युनिकेशन में शिक्षण, शोध और कौशल विकास संबंधी योजनाओं के प्रोत्साहन के प्रति समूची दुनिया को सामूहिक रूप से अग्रसर होना होगा ताकि भविष्य में आने वाले जोखिमों के प्रति खबरदार रहा जा सके।



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment