संजय निषाद ने यूपी उपचुनावों में दो सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान क्यों किया, बीजेपी क्यों है सकते में ?
उत्तर प्रदेश में दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इंडिया ब्लॉक औऱ एनडीए जुड़ी सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है।
यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद |
इस बीच यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने एक बड़ा ऐलान करके सबको चौंका दिया है। खास करके बीजेपी को उनका वह ऐलान तो कतई पसंद नहीं आ रहा होगा। संजय निषाद ने आगामी उपचुनाव में दो सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है। संजय निषाद ने कहा है कि उनकी पार्टी अंबेडकर नगर जिले की कटहरी और मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट पर अपने चुनाव चिन्ह के साथ उम्मीदवार उतारेगी। संजय निषाद वर्तमान समय में यूपी की योगी सरकार में मंत्री हैं।
संजय निषाद के नेतृत्व वाली निर्बल इंडियन शोषित हमारा आमदल (निषाद पार्टी) ने अपना 9वां स्थापना दिवस मनाया। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित स्थापना दिवस के मौके पर संजय निषाद ने कहा कि पार्टी ने अंबेडकर नगर की कटहरी और मिर्जापुर की मझवां सीट पर चुनाव लड़ा था। जहां दोनों सीटों पर फिर से उपचुनाव होने हैं। पार्टी दोनों सीटों पर अपने चुनाव चिन्ह के साथ अपना उम्मीदवार उतारेगी।
वहीं निषाद पार्टी के ऐलान के बाद चारों तरह इस बात की चर्चा जोरों पर है कि यूपी एनडीए में सब कुछ सही नहीं चल रहा है। हालांकि इस मामले को लेकर बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला का कहना है कि यूपी उपचुनाव को लेकर एनडीए की ओर से अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। इसके साथ ही नहीं कोई सार्वजनिक रूप से घोषणा हुई है। कौन सी सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा इसके बारे में अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है।
निषाद पार्टी ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है वहीं समाजवादी पार्टी ने भी विधानसभा प्रभारियों की लिस्ट पहले ही जारी कर दी है। हालांकि इन सीटों पर चुनाव कब होंगे इसको लेकर अभी कुछ तय नहीं है। क्योंकि ऐसा अनुमान था कि निर्वाचन आयोग इन सीटों को लेकर जल्दी ही उपचुनाव की घोषणा करेगी। बीते शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि अभी मानसून सक्रिय है। इसी वजह से देरी हो रही है। वहीं देश भर में कुल 46 विधानसभा और 1 लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है।
यूपी में जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। उसमें से 5 सीसामऊ, कटेहरी, मिल्कीपुर, करहल और कुंदरकी सपा के पास थी। जबकि फूलपुर, गाजियाबाद, खैर भाजपा के पास थी वहीं मझवां निषाद पार्टी के पास जबकि मीरापुर भाजपा की सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के खाते में थी। निषाद के बयान के बाद यही माना जा रहा है कि उन्हें बीजेपी ने या तो दो सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की अनुमति दे दी है या फिर निषाद बगावती मूड में हैं।
| Tweet |