केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने गुरुवार को पंजाब के बॉर्डर के रास्तों को हरियाणा की तरफ से तीन दिन में खोलने का ऐलान किया।
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उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ उनकी बातचीत के बाद यह तय हुआ कि अब जब धरना खत्म हो गया है, तो हरियाणा की तरफ से बॉर्डर के रास्ते सभी के लिए खोल दिए जाएंगे।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर दीवार और बैरिकेड्स की वजह से उसे हटाने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया कि तीन दिन के अंदर रास्ते खोल दिए जाएंगे।
वहीं, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत मान पर किसान नेताओं के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मान सरकार ने किसान नेताओं को मीटिंग के लिए चंडीगढ़ बुलाया था, लेकिन बाद में उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवा दिया।
बाजवा ने दावा किया कि यह घटनाक्रम भाजपा और आम आदमी पार्टी की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि मान सरकार ने न केवल किसानों, बल्कि हर वर्ग को धोखा दिया है। उन्होंने मान को 'पंजाब का एकनाथ शिंदे' बताते हुए कड़ी आलोचना की और कहा कि यह धोखा विधानसभा सत्र में गूंजेगा।
बाजवा ने आगे कहा कि वह लंबे समय से यह चेतावनी दे रहे थे कि भाजपा और आप एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, और अब उनकी बात सच साबित हुई है। उन्होंने दावा किया कि भगवंत मान पंजाब में भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं और किसानों को धोखा दे रहे हैं। वह इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाने का वादा करते हैं।
बता दें कि हरियाणा पुलिस ने गुरुवार सुबह विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स हटाना शुरू कर दिया। इससे पहले बुधवार को पंजाब पुलिस ने देर शाम धरना स्थल को खाली करा दिया और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसानों को हटा दिया था।
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