संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार कर रही तैयारियां : केजरीवाल

Last Updated 24 May 2021 08:46:47 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि संभावित तीसरी लहर की तैयारियों के मद्देनजर दिल्ली में तीन जगह दो-दो हजार सिलेंडर के डिपो बनाए जा रहे हैं।


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)

श्री केजरीवाल ने आज मायापुरी ऑक्सीजन सिलेंडर डिपो का दौरा कर चीन से आयात किए गए सिलेंडर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि संभावित तीसरी लहर की तैयारियों के  मद्देनजर दिल्ली में तीन जगह दो-दो हजार सिलेंडर के डिपो बनाए जा रहे हैं। अगर केस बढ़ते हैं, तो इससे हम तीन हजार ऑक्सीजन बेड तैयार कर पाएंगे। ये छह हजार ऑक्सीजन सिलेंडर चीन से आयात किए हैं।

उन्होंने कहा कि राजधानी में ब्लैक फंगस की दवा की भी भारी कमी है। हमें इसका उत्पादन भी बढ़ाना होगा। दिल्ली को प्रतिदिन दो हजार इंजेक्शन की जरूरत है, लेकिन दवा नहीं मिल रही  है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के केस अब काफी कम हो रहे हैं। देश के लिए यह दूसरी लहर है, लेकिन दिल्ली वालों के लिए तो यह चौथी लहर है। इस बार अप्रैल के अंतिम सप्ताह में सबसे अधिक लगभग 28 हजार केस आए थे, जो अब यह घटकर 1500 के करीब केस रह गए हैं।

दिल्ली में  अप्रैल के अंतिम सप्ताह में संक्रमण दर भी 36 फीसद तक पहुंच गई थी, जो अब घटकर लगभग 2.5 फीसद हो गई है। लेकिन दिल्ली सरकार के प्रयासों में किसी भी तरह की कमी नहीं आई है। संभावित अगली लहर, जो तीसरी लहर कही जा रही है, उसके लिए दिल्ली सरकार ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है।

श्री केजरीवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस ऑक्सीजन डिपो से होम आइसोलेशन के मरीजों को मदद मिलेगी। जैसे अभी हम उनको ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दे रहे हैं। अभी हम लोग मरीजों को 5 लीटर का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दे रहे हैं, लेकिन जरूरत पड़ेगी तो हम 10 लीटर का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी देंगे। हम 10 लीटर की क्षमता के 5 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीद रहे हैं। यह सिलेंडर 25 लीटर क्षमता तक काम करते हैं। लेकिन सामान्य तौर पर अगर आपको 25 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है, तो बेहतर है कि आप अस्पताल में भर्ती हो जाएं। वहीं, अगर अस्पतालों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी, तो हम यहां से उनको भी देंगे। हमें अपने एलएनजेपी और जीटीबी अस्पताल में नए बेड बनाने हैं। जैसे बुराड़ी और छतरपुर में स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, वहां पर भी हमें और नए ऑक्सीजन बेड बनाने हैं।

वैक्सीन के संबंध में विदेशी कंपनियों से चल रही बातचीत के संबंध में श्री केजरीवाल ने कहा कि हमारी फाइजर से बात हुई, उनका कहना है कि हम आपको वैक्सीन नहीं देंगे, हम केंद्र सरकार से बात करेंगे। हमारी मॉडर्ना से बात हुई, मॉडर्ना वालों का भी कहना है कि हम आपको वैक्सीन नहीं देंगे, हम केंद्र सरकार से बात करेंगे। मेरी केंद्र सरकार से हाथ जोड़कर अपील है कि हम लोग पहले ही काफी समय बर्बाद कर चुके हैं। अब हमें और समय नहीं गंवाना चाहिए। अब तो अंतरराष्ट्रीय मार्केट में जॉनसन एंड जॉनसन, मॉडर्ना और फाइजर समेत कई सारी वैक्सीन आ चुकी है। इन सभी कंपनियों से केंद्र सरकार बात करे, इनसे सारी वैक्सीन आयात करें और राज्यों में बांट दें।

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वैक्सीन को लेकर हमें युद्ध स्तर पर काम करना चाहिए और इस बात की बेहद खुशी है कि भारतीय बायोटेक वैक्सीन बनाने का अपना फार्मूला दूसरी कंपनियों के साथ साझा करने के लिए तैयार है। एक राष्ट्रीय अखबार के अंदर खबर छपी थी कि 16 कंपनियां ऐसी हैं, जो भारतीय बायोटेक की कोवैक्सीन बना सकती हैं। अभी चार-पांच दिन पहले खबर छपी थी कि भारतीय बायोटेक के साथ इनमें से शायद दो कंपनियों के साथ करार हुआ है। अगर केंद्र सरकार इन सभी 16 कंपनियों को बुला ले और उनसे अनुरोध नहीं करना है, बल्कि उनको आदेश देना है और एक औपचारिक आदेश पास करना है कि यह सभी 16 कंपनियां अगले कुछ दिन के अंदर अपना उत्पादन शुरू करेंगी।  अगर ये 16 कंपनियां तत्काल वैक्सीन का उत्पादन शुरू करें, तो 25 करोड़ वैक्सीन की डोज हर महीने बनाई जा सकती है। फिर भी हम क्यों नहीं बना रहे है? अमेरिका और ब्रिटेन का अनुभव  यह दिखाता है कि वैक्सीन ही कोरोना का समाधान है।

वार्ता
नई दिल्ली


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