ऑक्सीजन नहीं मिली, 18 ने दम तोड़ा, दिल्ली के बत्रा अस्पताल में 12 और गुरुग्राम के अस्पताल में 6 की मौत
दिल्ली के बत्रा अस्पताल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (जठरांत्र विज्ञान) विभाग के प्रमुख आरके हिमतानी सहित 12 कोरोना संक्रमित मरीजों की कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई। उधर गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भी ऑक्सीजन के अभाव में छह लोगों की जान चली गई।
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इस बीच, वसंतकुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल ने ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया है।
इससे पहले अस्पताल में आठ मरीजों की मौत की जानकारी दी गई थी।
बत्रा अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर एससीएल गुप्ता ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से मरने वाले आठ रोगियों में से छह रोगी आईसीयू में जबकि दो उच्च निर्भरता वाडरें में भर्ती थे।
चिकित्सा निदेशक ने कहा कि हिमतानी को 15-20 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इसके बाद ऑक्सीजन की कमी से चार और रोगियों की मौत की जानकारी दी गई, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 12 हो गई।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘ये खबर बहुत ही •यादा पीड़ादायी है। इनकी जान बच सकती थी समय पर ऑक्सीजन देकर।
दिल्ली को उसके कोटे की ऑक्सीजन दी जाए। अपने लोगों की इस तरह होती मौतें अब और नहीं देखी जाती।
दिल्ली को 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन चाहिए और कल केवल 312 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दी गई। इतनी कम ऑक्सीजन में दिल्ली कैसे साँस ले?
‘इस बीच, अस्पताल ने कहा कि उसने शनिवार को ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर संकट कालीन संदेश (एसओएस) भेजा था।
गुप्ता ने कहा कि उन्होंने शनिवार सुबह जब 2,500 लीटर ऑक्सीजन बची थी तो इसकी कमी को लेकर अधिकारियों के जानकारी दी थी।
दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अस्पताल के अधिकारियों ने दावा किया कि ऑक्सीजन खत्म हो गई है। 1:35 बजे ऑक्सीजन का टैंकर आया।
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