आंदोलनकारी किसान यूनियनों ने आरोप लगाया है कि केन्द्र सरकार के इशारे पर फेसबुक ने रविवार को उनके पेज 'किसान एकता मोर्चा' को ब्लॉक कर दिया है।
खुद को आंदोलन की आईटी विंग का प्रमुख बताने वाले बलजीत सिंह ने कहा, "सरकार किसानों से डरती है।"
फेसबुक पर कटाक्ष करते हुए एक ट्विटर यूजर मनदीप मुक्तसर ने लिखा, "ब्रेकिंग: मार्क जुकरबर्ग राज्यसभा के लिए नामांकित होंगे।"
बाद में इस फेसबुक पेज को बहाल कर दिया गया। किसानों ने रविवार को सरकार को चेतावनी दी थी कि वे 25-27 दिसंबर के बीच हरियाणा के सभी टोल प्लाजा को फ्री कर देंगे और भूख हड़ताल करेंगे।
उन्होंने किसी भी एनडीए के घटक दलों का भी बहिष्कार करने का फैसला किया है। सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान संघों ने कहा, "27 दिसंबर को प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी 'मन की बात' में बोलेंगे, लेकिन हम आप सभी से अपील करते हैं कि जब तक प्रधानमंत्री बोलें आप उतनी देर तक बर्तन बजाते रहें।"
कृषि कानूनों के विरोध में देश की राजधानी की सीमाओं पर डेरा डालकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को सोमवार को 26 दिन हो चुके हैं।