किसान आंदोलन का दायरा बढ़ाएंगे, आज दिल्ली की चार सीमाओं पर किसान नेता करेंगे अनशन

Last Updated 14 Dec 2020 12:39:20 AM IST

सरकार देश के दूसरे किसान संगठनों को साथ लेकर प्रदर्शनकारी किसान संगठनों पर शब्दों का हमला तेज करेगी।


दिल्ली-जयपुर हाईवे पर किसानों को आगे बढ़ने से रोकते सुरक्षा बलों के जवान।

वह लगातार ऐसे किसान संगठनों से बातचीत और समर्थन हासिल करने में जुटी है जो कृषि कानूनों और उनमें किए जाने वाले संशोधनों से संतुष्ट हैं। इस क्रम में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर यूपी, हरियाणा,उत्तराखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश के किसान संगठनों के नेताओं से बात कर चुके हैं। आने वाले दिनों में उनकी कई और राज्यों के किसान नेताओं से बातचीत होने वाली है।

कृषि मंत्री ने अपने इस अभियान की जानकारी रविवार को गृह मंत्री अमित शाह को भी दी। सरकार की ताजा रणनीति यही है कि अभी भी वह एमएसपी(न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कानून बनाने के लिए तैयार नहीं है और न ही फिलहाल कृषि कानून रद्द करने का उसका कोई इरादा है। किसान नेताओं ने साफ किया कि उनकी मांग सिर्फ कृषि कानून रद्द करने, एमएसपी कानून, विद्युत विधेयक पर स्पष्टता और पराली जलाने पर किसानों का शोषण बंद कराने की है, अन्य कोई मांग उनकी नहीं है।  

किसान नेता राकेश टिकैत ने तो यह भी कहा कि किसान इस आंदोलन में गलत तत्वों को आने से रोकेंगे और वह इस पर कड़ी नजर भी रख रहे हैं। अन्य किसान नेताओं ने कहा कि देशवासियों को आंदोलन के संदर्भ में फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए क्योंकि जिन संगठनों ने सरकार से समझौता कर लिया है वो कभी भी प्रदर्शनकारियों के साथ नहीं थे। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों के सम्बंध में फैसले लेने का अधिकार सिर्फ संयुक्त किसान मोच्रे को है और उसने फैसला लिया है कि कानून रद्द होने तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेताओं ने इस क्रम में बीएम सिंह और भानुप्रताप (बीकेयू (भानु) के विषय में कहा कि वह आंदोलन का हिस्सा नहीं हैं।

विश्वास है किसान अनुशासित ही रहेंगे
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि उन्हें विश्वास है कि आंदोलन कर रहे किसान अनुशासन को बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि  सरकार किसानों से अपील करती है कि वह  ऐसे तत्वों से दूर रहें जो राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि किसान देश की रीढ़ है और सरकार उसके लिए कुछ भी करने को तैयार है।

हिंसा हुई तो सख्त कार्रवाई
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि किसान आंदोलन में हिंसा हुई तो सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि अगर किसानों के आंदोलन की आड़ में टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग आंदोलन के पीछे से गोली चलाएंगे तो उनके खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

..तो अप्रासांगिक हो जाएंगे किसान नेता : सोमप्रकाश
केंद्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कहा है कि आंदोलन की जिद पर अड़े किसान यूनियन के नेता अप्रासांगिक हो जाएंगे। संभव यह भी है कि ये किसान नेता यूनियन पर अपना नियंत्रण ही खो दें और दूसरे नेता उभर जाएं। मंत्री ने कहा कि जो नेता समय रहते हुए फैसले नहीं लेते हैं, वे नेता रहने के योग्य ही नहीं रह जाते।

सहारा न्यूज ब्यूरो/अजय तिवारी
नई दिल्ली


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