भूपेंद्र यादव का कांग्रेस पर हमला, बोले- बसपा की पीठ में छुरा घोंप लोकतंत्र बचाने का दावा
राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव बयान ने कांग्रेस पर हमला बोला है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव (फाइल फोटो) |
यादव ने कहा है कि बसपा की पीठ में छूरा घोंपने वाली कांग्रेस आज लोकतंत्र बचाने की बात कर रही है। राजस्थान के राज्यसभा सदस्य और भाजपा के प्रमुख रणनीतिकारों में शुमार भूपेंद्र यादव का राज्य के सियासी घटनाक्रम पर यह पहला बयान आया है। अभी तक भूपेंद्र यादव राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर छाए सियासी संकट के मसले पर चुप्पी साधे हुए थे। उनके बयान के अब निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।
यादव ने सोमवार को कहा, "एक तरफ, कांग्रेस के नेता लोकतंत्र को बचाने के लिए वीडियो जारी कर रहे हैं। दूसरी तरफ, वे अपने सहयोगी दल बसपा की पीठ में छुरा घोंपकर उसके विधायकों का अवैध शिकार कर रहे हैं। एक मिनट में घड़ियाली आंसू बहाना और दूसरे में लोकतंत्र को नष्ट करना।"
इससे पूर्व भूपेंद्र यादव ने कहा कि आंतरिक झगड़ों में फंसी कांग्रेस, लोकतंत्र बचाने का रुदन कर रही है। लोगों ने कांग्रेस को वोट देकर लोकतंत्र को बचाया, जिसने एक परिवार को बचाने के लिए हर एक संस्था को विकृत कर दिया। पार्टी को बचाने के लिए कांग्रेस को अपने भीतर झांकना होगा।
भूपेंद्र यादव ने अपने बयान में भले ही राजस्थान का जिक्र नहीं किया,लेकिन उन्होंने बसपा के विधायकों को पार्टी में शामिल कराने के मसले पर राज्य में गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर जरूर निशाना साधा। राजस्थान से नाता रखने वाले और भाजपा के प्रमुख रणीतिकारों में शुमार भूपेंद्र यादव की राजस्थान के मसले पर बारीक नजर है। ऐसे में उनके ताजा बयान के मायने तलाशे जाने लगे हैं।
बता दें कि राजस्थान में तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच मायावती ने भी बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के खिलाफ हाई कोर्ट में जाने की बात कही है। बसपा ने बीते रविवार को एक व्हिप जारी करते हुए पार्टी विधायकों को कांग्रेस के खिलाफ वोट देने की बात कही है। बसपा ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों के मसले पर याचिका दायर करने की बात कही है।
पिछले साल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में कांग्रेस के सहयोगी दल बसपा के सभी छह विधायकों को पार्टी में शामिल कराया था जिसके बाद से बसपा मुखिया मायावती नाराज चल रहीं हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से 31 जुलाई से विधानसभा सत्र बुलाने की मांग भी राज्यपाल कलराज मिश्र ने खारिज कर दी है।
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