Iran Missile Attack: ईरान ने इजराइल पर दागे बैलेस्टिक मिसाइल, नेतन्याहू ने जवाबी कार्रवाई का संकल्प जताया; अमेरिका ने दिया समर्थन

Last Updated 02 Oct 2024 10:24:50 AM IST

ईरान ने इजराइल पर कई मिसाइलें दागी, जिसके कारण इजराइली नागरिकों को सुरक्षित स्थानों का आश्रय लेने के मजबूर होना पड़ा, वहीं ईरान में इस हमले के बाद जश्न मनाया जाने लगा।


ईरान के इस हमले के साथ ही इजराइल का करीब एक वर्ष पहले हिजबुल्ला और हमास के उग्रवादियों के साथ शुरू हुआ संघर्ष भीषण रूप से उग्र हो गया है और इसके पूरे पश्चिम एशिया क्षेत्र में फैलने का खतरा मंडराने लगा है।

हालांकि इस हमले के कारण जान माल की क्षति के बारे में फौरन कोई जानकारी नहीं मिली है। तेल अवीव में 2 नागरिक घायल हुए हैं।

नेतन्याहू ने देर रात सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में कहा, ‘‘ईरान ने आज रात बड़ी गलती की है और उसे इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।’’ उन्होंने कहा कि मिसाइल हमला एक नाकामी थी और ईरान को जल्द ही एक दर्दनाक सबक मिलेगा जैसा गाजा, लेबनान और अन्य स्थानों पर दुश्मनों को मिला है।
उन्होंने कहा, ‘‘जो भी हम पर हमला करता है। हम उन पर हमला करते हैं।’’

इजराइल ने कहा कि उसने कई मिसाइलों को नष्ट कर दिया है वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उसका प्रहार करने वाला तंत्र इजराइली रक्षा प्रणाली की सहायता करेगा। इजरायल ने कहा है कि वह हिजबुल्लाह पर तब तक हमला करता रहेगा जब तक कि लेबनान सीमा के पास के घरों से विस्थापित नागरिकों के लिए वापस लौटना सुरक्षित नहीं हो जाता।

इजराइल और अमेरिका ने चेतावनी दी है कि ईरान द्वारा इजराइल पर हमले की स्थिति में गंभीर परिणाम होंगे। राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने 'व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम' से इजराइल पर हमलों की निगरानी की।

ईरान ने इजराइल पर कई मिसाइलें दागी हैं जिससे इजराइलियों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी लेकिन ईरान में जश्न मनाया गया। मंगलवार को हुए हमले में हताहतों की संख्या के बारे में अभी कोई खबर नहीं मिली है।

हमले के बाद ईरान ने इस हमले को नसरल्लाह की शहादत का बदला बताया है और कहा है कि यह तो अभी शुरुआत है। बता दें कि 27 सितंबर को इजराइल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमला किया था। इसमें हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी।

ईरान ने कहा कि उसकी अधिकतर मिसाइलों ने अपने निशानों को सटीक प्रहार किया हैं।

ईरान के अर्द्धसैनिक बल रिवोलूश्यनरी गार्ड ने कहा कि उसने इजराइल के विरूद्ध जो मिसाइलें दागीं, उनमें 90 प्रतिशत निशाने पर सटीक लगी हैं।

ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में मंगलवार को कहा गया कि मिसाइल हमलों ने वायु एवं रडार ठिकानों के साथ साथ सुरक्षा तंत्र को निशाना बनाया जहां हमास एवं हिजबुल्ला के वरिष्ठ पदाधिकारियों की हत्या की योजना बनायी गयी थी।

बयान में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत ईरान को अपना बचाव़ करने का अधिकार है।

टीवी स्टेशन पर ईरान के अज्ञात स्थलों से अंधेरे में मिसाइलों के प्रक्षेपण के फुटेज भी दिखाये गये।

ईरान के सरकारी टेलीविजन पर देश के अरक, कौम और तेहरान में लोगों को इजराइल पर मिसाइल दागे जाने का जश्न मनाते हुए भी दिखाया गया। सरकारी टेलीविजन पर लंबे समय से कट्टरपंथियों का नियंत्रण रहा है।

जश्न मनाते लोगों में से कुछ चिल्ला रहे थे, ‘‘अल्लाह हो अकबर, अमेरिका का नाश हो, इजराइल का नाश हो।’’

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को ही ईरान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी थी। ईरान हिजबुल्ला और हमास की मदद करता है।

नेतन्याहू ने कहा था, ‘‘मध्य पूर्व में ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां इजराइल पहुंच नहीं सकता।’’ उनका यह बयान बेरुत के दक्षिण में किए गए हवाई हमले के चंद दिनों बाद आया जिसमें लेबनान के हिजबुल्ला समूह का नेता मारा गया था।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका इजराइल का ‘‘पूरी तरह से समर्थन’’ कर रहा है और वह उचित प्रतिक्रिया को लेकर सहयोगियों के साथ ‘‘सक्रिय चर्चा’’ कर रहा है।

बाइडन ने ईरान के मिसाइल हमले को नाकाम करने के लिए अमेरिका तथा इजराइल की सेनाओं की भी प्रशंसा की।

बाइडन ने व्हाइट हाउस के अधिकारियों के साथ एक बैठक की शुरुआत में मंगलवार को कहा, ‘‘भूल में न रहें, अमेरिका पूरी, पूरी तरह इजराइल के साथ है।’’

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इजराइल में अपने समकक्ष योव गैलेंट के साथ बातचीत की।

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने फ्रांस और इजराइल के अनुरोध पर पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव पर बुधवार सुबह एक आपात बैठक बुलायी है।

हिजबुल्ला और इजराइल के बीच पिछले कुछ समय से लेबनानी सीमा पर लगभग रोज ही गोलाबारी चल रही है। पिछले वर्ष आठ अक्तूबर को हमास ने इजराइल में अपने लड़ाकों को भेजा था और उसके बाद गाजा में भीषण संघर्ष शुरू हो गया। उस दौरान करीब 250 इजराइलियों को बंधक बनाया गया थ। किंतु बाद में इस संघर्ष का केंद्र बिंदु उत्तरी लेबनान बन गया जब हिजबुल्ला का प्रमुख हसन नसरल्ला इजराइली हमले में मारा गया।
 

एपी


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