कई देशों के प्रतिनिधियों ने कहा : अमेरिका की सैन्य हस्तक्षेप ने अफगान जनता को भारी विपत्ति में धकेल दिया है
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने 24 अगस्त को अफगान मुद्दे पर एक विशेष बैठक बुलायी, जिसमें चीन, क्यूबा, वेनेजुएला, ईरान आदि देशों के प्रतिनिधियों ने कहा कि अमेरिका आदि देशों की सैन्य हस्तक्षेप ने अफगान जनता को भारी विपत्ति में धकेल दिया है।
अफगान संकट |
यूएन जेनेवा कार्यालय और स्विजरलैंड स्थित अंतरराष्ट्रीय सगंठनों में चीनी राजदूत छन शु ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति में बड़ा बदलाव आया है। चीन अफगान जनता की इच्छा और चुनाव का सम्मान करता है। फौरी कार्य यथाशीघ्र ही वहां की शांति, स्थिरता और व्यवस्था की बहाली करना है।
उन्होंने कहा कि तथ्यों से फिर साबित हुआ है कि बल राजनीति और सैन्य तरीकों से मुद्दों का समाधान करने का कोई रास्ता नहीं है। अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया की सेनाओं ने जो अफगानिस्तान में मानवाधिकार का उल्लंघन किया है, उन मुद्दों की जांच कर सजा दी जानी चाहिए।
क्यूबा ने कहा कि आज अफगानिस्तान में जो हालात हैं, उसकी जिम्मेदारी अमेरिका और उसके मित्र देशों पर बनती है। वेनेजुएला और ईरान के प्रतिनिधियों ने भी अमेरिका आदि देशों को जिम्मेदार ठहराया है।
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