लाडली के भरोसे सुरक्षा
उत्तर प्रदेश में होने वाली साठ हजार पदों के लिए कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में 20% बेटियों की भर्ती होगी। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह ऐलान करते हुए कहा कि ये बेटियां पुलिस में शामिल होकर सड़कों में घूम रहे मनचलों का इलाज करेंगी।
लाडली के भरोसे सुरक्षा |
अपराधियों, माफिया, अराजक तत्वों को चेतावनी देते हुए योगी ने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ किसी को खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। अंबेडकर नगर के एक महाविद्यालय में आयोजित रोजगार एवं ऋण मेले में योगी ने कहा कि हर जिले के युवा को पारदर्शी नियुक्ति प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर मिलेगा। उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह समय गया जब प्रदेश में चाचा-भतीजे का गैंग वसूली करने निकलता था।
आपराधिक और अराजक तत्वों समेत माफिया के लिए कुख्यात अंबेडकरनगर अपनी छवि बदल चुका है। उप्र पुलिस विभाग में पहली बार एक साथ साठ हजार पदों पर भर्ती होने जा रही है। उसमें लड़कियों के लिए विशेष आरक्षण के इस ऐलान को आने वाले दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है। चूंकि विपक्ष ने राज्य में बढ़ रही बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बनाया है इसलिए इसे दांव की तरह देखा जा रहा है। जैसे-जैसे चुनावी वक्त करीब आता है, राज्य सरकारें लोकलुभावन जुमले उछालने लगती हैं।
बीस करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले राज्य के पुलिस बल में अभी महिलाओं की संख्या संतोषजनक नहीं है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में जबरदस्त इजाफा हुआ है, 2022 में साढ़े पैंसठ हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए। महिला सशक्तिकरण और अपराधों से महिलाओं को सुरक्षा देने के लिहाज से नई चुनी जाने वाली बारह हजार पुलिसवालियां माहौल बदलने वाली साबित हो सकती हैं।
यूं भी इस वर्ष पुलिस में सिपाही बनने को उत्सुक पचास लाख से अधिक युवाओं ने आवेदन किया था, जिनमें पंद्रह लाख महिलाएं थीं। ऐसे में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद कुछ युवतियों को सपने साकार करने और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी उठाने का बेहतरीन मौका मिल सकता है। उम्मीद की जानी चाहिए कि वे राज्य में महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने की सरकारी पहल पर बामुश्कत काम कर उदाहरण पेश करने का जिम्मा निभाएंगी।
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