भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को 31 अगस्त को संगठनात्मक 1918 मंडलों में श्रद्धांजलि दी जाएगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कल्याण सिंह का जनता एवं कार्यकर्ताओं से सीधा जुड़ाव था।
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उनके निधन से दुखी हर व्यक्ति एवं कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करना चाहता है। उन्होंने बताया, "31 अगस्त को लखनऊ में एक बड़ी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन रखा गया है। वहीं 1918 संगठनात्मक मंडलों में भी श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर कार्यकर्ता अपने लोकप्रिय नेता कल्याण सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। मुख्यमंत्री के साथ ही विभिन्न संगठनात्मक दायित्वों व सार्वजनिक जीवन में गांव, गरीब, किसान, दलित, पिछड़ों सहित सभी वर्गों के लिए काम किया और उनसे सदैव जुड़े भी रहे। पार्टी के कार्यकर्ता, नेता, पदाधिकारियों के साथ ही आम जनमानस भी बाबूजी के निधन जाने से दु:खी है। श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम में पार्टी के पदाधिकारी, नेता, जनप्रतिनिधि, मंत्री, कार्यकर्ता के साथ ही आम जनमानस की सहभागिता भी होगी।"
ज्ञात हो कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां शुक्रवार को नरौरा स्थित गंगा में विसर्जित कर दी गईं। अस्थि विसर्जन के दौरान कल्याण सिंह के पुत्र व पौत्र समेत प्रशासन मौजूद रहा। कलश की अस्थियों को नरौरा के बसी घाट स्थित गंगा आरती स्थल से स्टीमर से गंगा में विसर्जित किया गया। शेष दो कलशों में रखी गई अस्थियों को स्वजन ने अपने पास रखा। दोनों कलश की अस्थियों को लेकर स्वजन अलीगढ़ के अतरौली क्षेत्र के गांव मढ़ौली के लिए रवाना हो गए।
सूत्रों के मुताबिक नरौरा अस्थियां विसर्जित करने के बाद दो कलशों को रथ यात्रा कर अयोध्या और वाराणसी ले जाने पर विचार हो रहा है। नरौरा के बसी घाट स्थित अंत्येष्टि स्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का स्मारक बनेगा। बच्चा पार्क का नाम बदलकर कल्याण सिंह पार्क रखा जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का 21 अगस्त को लखनऊ में निधन हो गया था। 23 अगस्त को नरौरा स्थित बसी घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था। अरिष्टि के बाद अस्थियों को अयोध्या में सरयू और काशी में गंगा में भी विसर्जित किया जाएगा। अस्थि कलश दर्शन की भी व्यवस्था की गई है। उधर, एक सितंबर को अतरौली में होने वले अरिष्टि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम दिग्गज नेताओं के जुटने की संभावना है।
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