पंजाब के जालंधर जिले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता मनोरंजन कालिया के आवास पर एक ‘विस्फोट’ किया गया जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
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कालिया पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं।
पुलिस ने बताया कि जालंधर में शास्त्री मार्केट के पास कालिया के आवास के बाहर सोमवार देर रात करीब एक बजे तेज आवाज सुनी गई।
पुलिस उपायुक्त मनप्रीत सिंह ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि फोरेंसिक टीम मामले की जांच कर रही है।
कालिया ने पत्रकारों से कहा कि यह हथगोले से किया गया विस्फोट हो सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ग्रेनेड हमला इतना भयानक था कि घर को अलग करने वाली दीवार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। रसोई की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। बाथरूम का दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया।’’
कालिया ने कहा कि प्रवेश द्वार के फर्श और उनकी एसयूवी को भी कुछ नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि वह सो रहे थे तभी उन्होंने विस्फोट की आवाज सुनी।
उन्होंने कहा कि पहले तो उन्हें लगा कि बिजली के ट्रांसफार्मर में अत्यधिक दबाब की वजह से धमाका हुआ है लेकिन उनके वाहन चालक ने बताया कि विस्फोट हुआ है। उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया।
कालिया ने बताया कि उन्होंने अपने गनमैन को पुलिस थाने भेजा।
भाजपा की जालंधर जिला इकाई के अध्यक्ष सुशील शर्मा ने बताया कि कुछ अज्ञात लोग ई-रिक्शा में सवार होकर आए और नेता के आवास की ओर ‘‘हथगोला’’ फेंका।
जालंधर की पुलिस आयुक्त धनप्रीत कौर समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे।
कौर ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस को विस्फोट होने की सूचना रात करीब एक बजे मिली।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने घटनास्थल का जायजा लिया है। हमारी फॉरेंसिक टीम ने भी इसकी जांच की है। हम प्राथमिकी दर्ज करेंगे और घटना की आगे की जांच करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने इलाके में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या यह हथगोले से किया गया धमाका था, कौर ने कहा कि फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र किए हैं और जो भी जानकारी मिलेगी, उसे साझा किया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि वह आरोपियों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।
पिछले चार-पांच महीनों में अमृतसर और गुरदासपुर में पुलिस चौकियों को निशाना बनाकर विस्फोट की कई घटनाएं हुई हैं। पिछले महीने अमृतसर में एक मंदिर के बाहर विस्फोट हुआ था।
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और पठानकोट से विधायक अश्विनी शर्मा कालिया के आवास गए। कई अन्य भाजपा नेता और पार्टी समर्थक भी उनके आवास पर एकत्र हुए।
विपक्षी दलों ने कालिया के आवास पर हुए विस्फोट के बाद कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर निशाना साधा।
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस्तीफा देने की मांग की।
बादल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पंजाब में अराजकता ने सारी हदें पार कर दी हैं। पुलिस थानों, पूजा स्थलों पर हमलों और बाबा साहेब डॉ. बी आर आंबेडकर की प्रतिमाओं को तोड़े जाने की घटनाओं के बाद अब एक पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमला हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन सभी घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री भगवंत मान स्थिति को संभालने में असमर्थ हैं। मुख्यमंत्री को इन घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।’’
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा।
बाजवा ने कहा, ‘‘मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमला मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यकाल में पंजाब में बढ़ती हिंसा की याद दिलाता है। उन्होंने जब से पद संभाला है, तब से मई 2022 में मोहाली आरपीजी हमला और 2024 के अंत में पुलिस थानों पर ग्रेनेड हमलों की श्रृंखला सहित कई विस्फोट हुए हैं। ये घटनाएं कानून और व्यवस्था बनाए रखने में एक बड़ी चूक को दर्शाती हैं। अगर मुख्यमंत्री भगवंत मान आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।’’
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