9 महीने बाद सुनीता विलियम्स धरती पर लौटी... आतिशबाजी के बीच जश्न में डूबा सुनीता विलियम्स का झूलासन गांव- देखें VIDEO

Last Updated 19 Mar 2025 10:59:22 AM IST

सुनीता विलियम्स की अमेरिका के फ्लोरिडा में सफल लैंडिंग के बाद उनके पैतृक गांव झुलासन में रात भर जश्न मनाया गया।


नासा की अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स के धरती पर लौटने पर बुधवार सुबह गुजरात के मेहसाणा जिले में उनके पैतृक गांव में जश्न का माहौल रहा।

झूलासन के सभी लोग टेलीविजन पर इस घटना का सीधा प्रसारण देखने के लिए गांव के मंदिर में एकत्र हुए। सभी की निगाहें सुनीता की सुरक्षित वापसी पर टिकी थीं।

सुनीता विलियम्स और अन्य अंतरिक्षयात्रियों को लेकर कैप्सूल रूपी यान जैसे ही उतरा, ग्रामीणों ने आतिशबाजी शुरू कर दी और ‘हर हर महादेव’ के जयकारे लगाते हुए हर कोई झूमने लगा।



गांववाले सुनीता की सुरक्षित वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उनकी सुरक्षित वापसी के लिए मंदिर में ग्रामीणों ने यज्ञ किया और प्रार्थना की।



ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने सुनीता की सुरक्षित वापसी के लिए मंदिर में अखंड ज्योति जलाई।

लगभग नौ माह तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में रहने के बाद जब सुनीता की वापसी जल्द होने की खबर आई तो तभी से झूलासन में उत्साह का माहौल बना हुआ था।

उनके नजदीकी रिश्तेदार नवीन पांड्या ने कहा कि गांव के लोगों ने सुनीता की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना की और अखंड ज्योति जलाई।

उन्होंने कहा कि गांववालों ने उनके सम्मान में एक भव्य जुलूस की योजना बनाई है। गांव में दीपावली और होली जैसा उत्साह बनाने के लिए प्रार्थना सभा होगी और आतिशबाजी की जाएगी।

पांड्या ने कहा कि गांव के स्कूल से मंदिर तक जुलूस निकाला जाएगा जिसमें छात्र भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि जुलूस के मंदिर पहुंचने के बाद अखंड ज्योति को विसर्जित कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि गांववाले सुनीता को झूलासन में आमंत्रित करने के लिए उत्सुक हैं।

सुनीता विलियम्स कम से कम तीन बार भारत की यात्रा पर आ चुकी हैं। वह 2007 और 2013 में अंतरिक्ष मिशन के बाद भारत आई थीं। उन्हें 2008 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

उनके पिता दीपक पांड्या मूल रूप से झूलासन से थे और 1957 में अमेरिका चले गए थे।

झूलासन प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य विशाल पांचाल ने कहा कि बुधवार के जश्न के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है।



सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर नौ महीने पहले बोइंग की एक परीक्षण उड़ान के जरिये अंतरिक्ष स्टेशन में पहुंचे थे। दोनों अंतरिक्षयात्री पांच जून 2024 को बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू यान में सवार होकर अंतरिक्ष में गए थे और उनके एक सप्ताह बाद ही लौटने की उम्मीद थी। अंतरिक्ष स्टेशन के रास्ते में इतनी सारी समस्याएं आईं कि नासा को अंततः स्टारलाइनर को खाली वापस धरती पर लाना पड़ा और अंतरिक्षयात्रियों की घर वापसी में देरी हुई।

अंतरिक्षयात्रियों को लेकर ‘स्पेसएक्स’ यान को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से प्रस्थान करने के कुछ ही घंटों बाद फ्लोरिडा पैनहैंडल के तेलाहासे जलक्षेत्र में उतारा गया।

सुनीता विलियम्स ने नौ बार अंतरिक्ष में चहलकदमी करके रिकॉर्ड बनाया। इस क्रम में उन्हें 62 घंटे लगे। विलियम्स ने अंतरिक्ष में सबसे ज़्यादा चहलकदमी करने का महिला अंतरिक्ष यात्री होने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।

भाषा
मेहसाणा


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