देश को केवल न्यायिक व्यवस्था बचा सकती है, देश बचाने के लिए होना होगा एक : ममता बनर्जी
मौका था शहीद दिवस का लेकिन इस मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने ममता बनर्जी COVID-19 महामारी से निपटने, महंगाई, पेट्रोल डीजल बढ़ती कीमतों और पेगासस जैसे विषय पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी |
गौरतलब है कि शहीद दिवस को लेकर टीएमसी ने एक मेगा अभियान का आयोजन किया जिस मौके पर ममता ने केंद्र को आड़े हाथों लिया। ममता ने कहा देश को बचाना है तो न्यायिक व्यवस्था बचा सकती है, देश को बचाना है तो सबको एक होना होगा, वरना देश की जनता माफ नही करेगी।
पेगासस जासूसी प्रकरण पर बोलते हुए ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा भारत को एक लोकतांत्रिक देश के बजाय एक निगरानी राज्य में बदलना चाहती है।
ममता ने ईंधन का मसला और जासूसी मसले पर बोलते हुए कहा की “जासूसी पर खर्च के लिए ईंधन पर करों के माध्यम से केंद्र द्वारा एकत्र किया गया धन। बीजेपी भारत को लोकतांत्रिक देश के बजाय सर्विलांस स्टेट बनाना चाहती है।"
अपने संबोधन में ममता आरोप लगाती हैं की "हमारे फोन टैप किए जाते हैं, पेगासस खतरनाक और क्रूर है। मैं किसी से बात नहीं कर सकती। आप जासूसी के लिए बहुत अधिक पैसा दे रहे हैं। मैंने अपना फोन प्लास्टर कर दिया है। हमें भी केंद्र पर प्लास्टर करना चाहिए नहीं तो देश तबाह हो जाएगा। भाजपा ने संघीय ढांचे को उजाड़ दिया है।"
ममता ने यूपी की कानून व्यवस्था पर प्रश्न खड़े करते हुए कहा की पूरे देश ने देखा क्या हुआ, किसान को सुनने को आप तैयार नहीं, तीनों काले कानून आज भी है।
वहीं कोरोना को लेकर बोलते हुए ममता ने केंद्र की नीतियों कि आलोचना की। ममता ने आरोप लगाया की हमें जितनी वैक्सीन की जरूरत है हमें नहीं मिल रहा। दूसरी वेव अभी गई नहीं है तीसरी की कोई तैयारी समझ नहीं आती।
ममता ने आपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह का नाम लेकर भी आरोप लगाया की राज्यों को लेकर उनकी सरकार ने तमाम एजेंसियों को काम पर लगा दिया है देश के विकास के लिए कुछ नहीं कर रहें।
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