दिल्ली के वसंत विहार इलाके में एक निर्माण स्थल पर ढही दीवार के मलबे से शनिवार को तीन मजदूरों के शव निकाले गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
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इसी के साथ दिल्ली में वर्षा से जुड़े हादसों में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) को निर्माणधीन दीवार ढहने की सूचना शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे मिली थी।
डीएफएस के अधिकारियों ने बताया कि तीन श्रमिकों के शव मलबे से बाहर निकाले गए हैं, जिनमें से दो की पहचान 19 वर्षीय संतोष कुमार यादव और 38 वर्षीय संतोष के रूप में की गई है। तीसरे श्रमिक की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
अधिकारियों ने बताया कि मलबे को हटाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया और नींव के गड्ढे से पंप की मदद से पानी निकाला गया। उन्होंने बताया कि शवों को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है।
उन्होंने बताया कि यह पता लगाने के लिए तलाश अभियान जारी है कि मलबे में कोई और व्यक्ति तो फंसा हुआ नहीं है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और विभिन्न नगर निकाय एजेंसी बचाव अभियान में जुटी हुई हैं।
दिल्ली में शुक्रवार को बारिश से जुड़े हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई थी। शुक्रवार को हुई वर्षा पिछले 88 साल में इस महीने हुई सर्वाधिक वर्षा है।
दिल्ली में शुक्रवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा वहां खड़ी कारों पर गिर गया था जिससे एक टैक्सी चालक की मौत हो गई थी और छह अन्य लोग घायल हो गए थे।
इसके अलावा, रोहिणी के प्रेम नगर इलाके में 39 वर्षीय व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई थी और न्यू उस्मानपुर इलाके में बारिश के पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई थी।
पुलिस ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के शालीमार बाग इलाके में एक अंडरपास में जमा बारिश के पानी में डूबने से 20 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई।
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