दिल्ली में शुक्रवार को मानसून के पहले दिन लगातार तीन घंटे तक बारिश हुई जो पिछले 88 सालों में इस महीने हुयी सबसे ज्यादा बारिश है और बारिश से जुड़े हादसों में राष्ट्रीय राजधानी में पांच लोगों की मौत हो गई। बारिश के कारण राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्से जलमग्न हो गए।
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इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा वहां खड़ी कारों पर गिर पड़ा, जिससे एक कैब चालक की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद विमानों का परिचालन स्थगित करना पड़ा।
रोहिणी के प्रेम नगर इलाके में 39 वर्षीय व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई, वहीं न्यू उस्मानपुर इलाके में बारिश के पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के शालीमार बाग इलाके में एक अंडरपास में जमा बारिश के पानी में डूबने से 20 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई।
इसके अलावा वसंत विहार में सुबह एक निर्माणाधीन दीवार गिरने से तीन मजदूर मलबे में दब गए। बचाव कार्य शाम तक जारी रहा लेकिन गुजरते वक्त के साथ उनके बचने की उम्मीदें दम तोड़ रही हैं।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 1936 के बाद शहर में पिछले 88 वर्षों में जून में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है, और 1901 से 2024 की अवधि में यह दूसरी सबसे अधिक बरसात है।
मानसून की पहली बारिश में ही दिल्ली के विभिन्न पॉश इलाकों में पानी भर गया जिनमें लुटियंस दिल्ली भी शामिल है, जहां कई मंत्रियों और सांसदों का आवास है। भारी बारिश के बाद जलभराव से सांसदों को संसद पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।दिल्ली की जल मंत्री आतिशी, कांग्रेस के शशि थरूर और मनीष तिवारी तथा समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव सहित कई सांसदों के बंगले जलमग्न हो गए।
दिल्लीवासी सुबह जब सोकर उठे तब तक भारी बारिश राजधानी को तर-बतर कर चुकी थी। इस दौरान लोगों के घरों में पानी भर गया, वाहन डूब गए और मीलों लंबा यातायात जाम लग गया, जिसे खत्म होने में घंटों लग गए। हजारों यात्री सड़कों पर फंसे रहे, जिनमें से कई अपने कार्यालय और दूसरे कामों पर नहीं जा सके।
बारिश के बाद प्रगति मैदान की सुरंग बंद कर दी गई। इसके अलावा लुटियंस दिल्ली, हौज खास, साउथ एक्सटेंशन और मयूर विहार जैसे पॉश इलाकों समेत पूरे शहर में घरों में पानी भरने की खबरें मिली हैं।
शहर के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग वेधशाला ने शुक्रवार सुबह 8:30 बजे से पहले के 24 घंटों में 228.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की, जो जून की औसत बारिश 74.1 मिमी से तीन गुना अधिक है। साल 1936 के बाद से 88 वर्षों में इस महीने में हुई यह सबसे अधिक बारिश है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार एक दिन में 124.5 से 244.4 मिमी के बीच हुई बारिश बहुत भारी बारिश मानी जाती है। आईएमडी ने कहा कि दिल्ली में मानसून दस्तक दे चुका है।
बारिश रात करीब तीन बजे शुरू हुई थी।
बारिश के चलते राजनीतिक हलचल तेज हो गई।
दिल्ली सरकार ने स्थिति का जायजा लेने के लिए दोपहर में एक आपातकालीन बैठक की।
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा, “1936 के बाद पहली बार दिल्ली में 24 घंटे में 228 मिलीमीटर बारिश हुई। इसका मतलब है कि दिल्ली में कुल मानसूनी बारिश (800 मिलीमीटर) में से 25 प्रतिशत बारिश सिर्फ 24 घंटे में हुई। इस वजह से कई इलाकों में नाले ओवरफ्लो हो गए और पानी निकलने में समय लगा।”
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ‘एक्स’ पर लिखा, "दिल्ली में भारी बारिश को देखते हुए डीटीसी की टीमें ऐसी सभी जगहों और अंडरपास पर तैनात की गई हैं, जहां जलभराव की आशंका है, ताकि दिल्ली सरकार की बसें जलभराव में न फंसें।"
उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने भी एक आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित करने तथा जलभराव की शिकायतों से निपटने के लिए पानी निकालने वाले पंप तैनात करने का निर्देश दिया।
इस बीच, भाजपा पार्षद रविंदर सिंह नेगी का एक वीडियो सामने आया, जिसमें उन्हें पानी से भरी सड़क पर नाव चलाते देखा गया।
नेगी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हम पिछले एक महीने से पीडब्ल्यूडी के नालों की सफाई के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार ने कुछ नहीं किया। नतीजा यह है कि आज पूरा शहर पानी से लबालब है और सरकार ने कोई प्रबंध नहीं किया।’’
राष्ट्रीय राजधानी में जलभराव की स्थिति को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर निशाना साधते हुये भाजपा ने मथुरा रोड स्थित आतिशी के आवास में पानी घुसने की तस्वीरें भी साझा कीं।
कई आवासीय क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को कमर तक भरे पानी में चलकर जाते देखा गया।
सांसद शशि थरूर और मनीष तिवारी ने ‘एक्स’ पर वीडियो पोस्ट किए, जिनमें वे संसद जाते समय लुटियंस दिल्ली में अपने-अपने घरों के बाहर भरा पानी दिखाया।
थरूर ने लिखा, "... सुबह जब मैं उठा तो पाया कि मेरा पूरा घर एक फुट पानी में डूबा हुआ है - हर कमरा। कालीन और फर्नीचर, बल्कि जमीन पर पड़ी हर चीज खराब हो गई है।”
कुछ ही देर बाद एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा कि वह इस बात से आश्चर्यचकित और प्रभावित हुए कि ट्वीट के कुछ ही मिनट बाद उपराज्यपाल वी के सक्सेना की ओर से फोन कॉल आया।
उन्होंने कहा, "श्री वी के सक्सेना ने विम्रता दिखाते हुए हाल जाना। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच जिम्मेदारियों के बंटवारे की वजह से प्रभावी कार्रवाई में आने वाली बाधाओं के बारे में बताया।"
तिवारी ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह अपने घर से टखने तक भरे पानी में बाहर निकलते नजर आ रहे हैं और उनकी पैंट ऊपर चढ़ी हुई है।
एक वीडियो में समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव को उठाकर उनकी कार तक ले जाते हुए देखा गया।
इस बीच भारत मौसम विभाग ने कहा कि बड़े पैमाने पर कई मानसूनी मौसमीय प्रणालियों के कारण दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 28 जून की सुबह तेज वर्षा हुई।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के बीच, शुक्रवार को नगर निगम एजेंसियों और पुलिस को दिल्ली भर से जलभराव की समस्या के संबंध में 300 से अधिक शिकायतें मिलीं।
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