छत्तीसगढ़ में पत्रकारों के साथ मारपीट
बस्तर के कांकेर शहर में पत्रकारों को कुछ गुंडों ने सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। एक पत्रकार का गला रेतने की कोशिश की गई।
छत्तीसगढ़ में पत्रकारों के साथ मारपीट |
इस लोमहषर्क घटना ने समूचे छत्तीसगढ़ में तूल पकड़ लिया है। घटना के विरोध में पत्रकारों ने सांकेतिक धरने शुरू कर दिए हैं। विपक्ष ने इसको कानून व्यवस्था का मुद्दा बना लिया है।
घटना के बारे में पता चलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों को आश्वस्त किया है कि घटना में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री को यह भी बताया गया कि एक कांग्रेस नेता ने थाना परिसर में लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारने की धमकी दी थी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा इसकी जांच करवा लेते हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है तो और धाराएं बढ़ाई जाएगी। उन्होंने पत्रकारों को आश्वस्त किया कि छत्तीसगढ़ में जल्द ही पत्रकार सुरक्षा कानून लागू होगा।
शनिवार को कांकेर में पत्रकार कमल शुक्ला ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि वे जब एक पत्रकार साथी के मामले में थाने गए थे तो वहां कांग्रेस से ताल्लुक रखने वाले गुंडों ने उनको घेर लिया और सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर न सिर्फ मारा बल्कि उनका गला रेतने की भी कोशिश की गई। इस घटना से आक्रोशित पत्रकारों ने रविवार को प्रेस क्लब रायपुर के बाहर सांकेतिक विरोध-प्रदशर्न किया। कांग्रेस सरकार से कांकेर के मूक दशर्क जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ मारपीट की घटना को अंजाम देने वाले गुंडों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
इस मामले में जितेंद्र सिंह ठाकुर -पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष और वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष सरोज ठाकुर के पति, गफ्फार मेमन- प्रतिनिधि कांकेर कांग्रेस विधायक, संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी के प्रतिनिधि, शादाब खान- कांकेर के महादेव वार्ड से पार्षद, गणेश तिवारी-इंटक के महासचिव पर मारपीट और गुंडागर्दी के आरोप हैं। हालांकि, कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश नितिन त्रिवेदी ने यह साफ किया है कि मारपीट करने वालों में कांग्रेस के लोग शामिल नहीं हैं।
कमल शुक्ला का कहना है कि वो लगातार आरोपियों के भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे थे लिहाजा उनको टारगेट किया गया। थाने में जान बचाने के लिए गए तो पुलिस ने उनको जबरन बाहर कर दिया और सड़क पर गुंडों ने उनसे मारपीट की।
रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष दामु आंबेडारे ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह हाल फिलहाल की कोई इकलौती घटना नहीं है। आए दिन इस प्रकार की वारदातें पूरे प्रदेश में घटित हो रही हैं। मुख्य विपक्षी दल भाजपा और अजीत जोगी की कांग्रेस पार्टी ने भी इस घटना को लेकर सरकार का शाब्दिक घेराव शुरू कर दिया है।
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