बिहार में बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग के बीच शनिवार को पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी की पुनर्परीक्षा हो रही है।
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बीपीएससी की पुनर्परीक्षा के लिए 12 हजार में से सात हजार अभ्यार्थियों ने अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड किया है।
बीपीएससी की पुनर्परीक्षा के बीच पटना के गर्दनीबाग इलाके में पिछले 16 दिनों से आंदोलन का धरना भी जारी है। हालांकि, पहले के मुकाबले काफी कम संख्या में ही छात्र इस आंदोलन का हिस्सा बने हुए हैं।
बीपीएससी के छात्र हिमांशु शर्मा ने बताया कि मैं आगरा से आया हूं। मैं अपनी परीक्षा के लिए यहां आया हूं, लेकिन मैं आंदोलन में बैठे अपने सभी साथियों का समर्थन करूंगा। अब देखते हैं सरकार और आयोग आंदोलन में बैठे अभ्यार्थियों के लिए क्या निर्णय लेगा।
3 जनवरी यानि शुक्रवार को पटना में बीपीएससी के विरोध में खूब प्रदर्शन किया गया। सुबह ट्रेन रोकी गई, गांधी मैदान और गर्दनीबाग में धरना दिया गया। शाम को अभ्यर्थियों ने मशाल जुलूस निकालकर राज्य सरकार और बीपीएससी के खिलाफ नारेबाजी की।
इस गहमागहमी के बीच बीपीएससी संग जिलाऔरव पुलिस प्रशासन परीक्षा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए दिनभर तैयारी में जुटा रहा।
प्रशासन को आशंका है कि जिन पांच हजार अभ्यार्थियों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं किया है, वो परीक्षा केंद्रों पर पुनर्परीक्षा का विरोध कर सकते हैं। इसी के मद्देनजर केंद्रों के आसपास निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
जिला प्रशासन ने परीक्षा केंद्रों पर 65 मजिस्ट्रेट्स की तैनाती की है, जिसमें से 14 मजिस्ट्रेट जिला नियंत्रण कक्ष में रहेंगे। इसके अलावा परीक्षा शांतिपूर्ण हो सके, इसके लिए गश्ती मजिस्ट्रेट की भी नियुक्ति की गई है।
पिछले वर्ष 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी। इसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था।
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