Lok Sabha Election 2024 results : ‘इंडिया’ गठबंधन की निगाहें NDA के सहयोगियों पर टिकीं

Last Updated 05 Jun 2024 06:24:57 AM IST

Lok Sabha Election 2024 results : लोकसभा के चुनाव परिणाम में किसी एक पार्टी को सरकार बनाने का आंकड़ा नहीं दे रहे हैं। ऐसे में सबकी निगाहें राजनीति के उन धुरंधरों पर टिक गई हैं, जो नई सरकार के गठन में निर्णायक भूमिका निभाने की क्षमता रखते हैं।


‘इंडिया’ गठबंधन की निगाहें NDA के सहयोगियों पर टिकीं

आज के चुनाव परिणाम में किसी भी एक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में तय है कि अगली सरकार गठबंधन की होगी। चुनाव परिणामों में जिस तरह से विपक्ष के ‘इंडिया’ गठबंधन ने वापसी की है उसके बाद विपक्ष के हौसले बुलंद है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने आज विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं से न केवल बात की है, बल्कि अगली रणनीति बनाने के लिए बुधवार को गठबंधन की बैठक भी बुलाई है।

कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पार्टी केन्द्र में सरकार बनाने की सभी संभावनाओं पर विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार विपक्ष के बड़े नेताओं को भरोसा है कि राजग के मौजूदा सहयोगी जदयू और तेलुगुदेशम जैसे दल मोदी के साथ अपने को सहज नहीं मानते हैं। ये दोनों दल पूर्व में विपक्ष के साथ रह भी चुके हैं।

विपक्ष की सरकार बनाने की उम्मीदें इन दोनों पर टिकी हैं। कारण यह है कि अगली सरकार की चाबी इन दोनों के पास है, क्योंकि भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में विपक्ष को लग रहा है कि अभी तो खेल शुरू हुआ है। सूत्रों ने बताया है कि इन दोनों नेताओं से विपक्ष के दो बड़े नेता शरद पवार व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजरुन बात करेंगे। ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं की बैठक में सहयोगियों को मनाने की जिम्मेदारी पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार विपक्ष की नजर जहां तेलुगुदेशम व जदयू पर है तो वहीं अन्य छोटे दलों जयंत चौधरी के रालोद लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान, ‘हम’ पर भी है। विपक्ष ऐसे दलों के नेताओं से भी संपर्क करेगा, जो न राजग का हिस्सा है और न ही ‘इंडिया’ गठबंधन का। ऐसे दलों में शिरोमणि अकाली दल, असदुद्दीन ओवेसी समेत अन्य छोटे दल शामिल हैं।

विपक्ष को लग रहा है कि जदयू नेता नीतीश कुमार को यदि मना लिया गया तो उनमें यह क्षमता है कि वह अन्य कई दलों के नेताओं को जोड़ सकते हैं इसलिए यह तय किया गया है कि नीतिश कुमार से अन्य नेताओं के अलावा सोनिया गांधी और राहुल गांधी खुद भी बात करेंगे।

यूपीए सहयोगियों को जोड़े रखने में सोनिया गांधी के महत्व को देखते हुए विपक्ष के नेताओं को लग रहा है कि नीतिश कुमार सोनिया की बातचीत निर्णायक साबित होगी। ममता बनर्जी से भी सोनिया ही बात करेंगी।

विपक्ष को पता है कि नायडू और नीतीश मौजूदा परिस्थितियों में राजनीति के वह मोहरे हैं, जो किसी भी तरफ का पलड़ा भारी कर सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने चन्द्रबाबू नायडू को जीत के लिए बधाई देते हुए भविष्य की संभावनाओं के दरवाजे खोलने की शुरुआत कर दी है।

समय लाइव डेस्क
नई दिल्ली


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