Lok Sabha Speaker Election: NDA ने ओम बिरला तो कांग्रेस ने के सुरेश को बनाया उम्मीदवार, इतिहास में पहली बार होगा स्पीकर के लिए चुनाव
लोकसभा स्पीकर पद के लिए सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी गठबंधन के बीच सहमति नहीं बन पाई है और इसके साथ ही स्पीकर पद को लेकर अब कल यानि बुधवार (26 जून) को चुनाव होगा।
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सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन ने वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने के. सुरेश को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है।
दोनों नेताओं का अध्यक्ष पद के लिए प्रस्ताव दाखिल हो चुका है। बीजेपी सांसद ओम बिरला ने 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया।
भाजपा सांसद ओम बिरला ने 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2024
एनडीए ने ओम बिरला को, INDIA ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद के सुरेश को अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा है। pic.twitter.com/LRMRRaUAlV
जहां एनडीए ने ओम बिरला को वहीं 'इंडिया' ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद के सुरेश को अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा है।
कांग्रेस सांसद के सुरेश ने 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2024
एनडीए ने अध्यक्ष पद के लिए भाजपा सांसद ओम बिरला को मैदान में उतारा है।
(सोर्स: कांग्रेस) pic.twitter.com/csearNePW3
ऐसे में यह तय माना जा रहा है इस बार लोकसभा में अध्यक्ष पद के लिए बुधवार को वोटिंग होने जा रही है। हालांकि सदन में संख्या बल की बात करें तो एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर ओम बिरला का आसानी से चुनाव जीतना तय माना जा रहा है।
नई सरकार के गठन के बाद लोकसभा में सरकार और विपक्ष के बीच यह पहला शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है।
विपक्ष की ओर से राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि हम लोकसभा स्पीकर पर तभी बीजेपी का समर्थन करेंगे जब डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दिया जाएगा।
लोकसभा स्पीकर पद के लिए कल यानी 26 जून की सुबह 11 बजे वोटिंग होगी। एनडीए की तरफ से ओम बिरला और विपक्ष की तरफ से कांग्रेस सांसद के सुरेश उम्मीदवार होंगे।
मंगलवार को तेजी से चले राजनीतिक घटनाक्रम में सत्तारूढ़ भाजपा ने सहयोगी दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद लोकसभा के नए अध्यक्ष का नाम फाइनल कर दिया।
सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पीकर के पद पर सर्वसम्मति बनाने के लिए विपक्षी दलों से बातचीत की।
वहीं मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ओम बिरला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। संसद भवन स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में यह मुलाकात हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यालय में ओम बिरला, अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ उच्चस्तरीय बैठक भी की।
के सुरेश होंगे विपक्ष के उम्मीदवार, राहुल बोले सरकार ने नहीं मानी बात
केरल से कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश लोकसभा में विपक्ष की ओर से अध्यक्ष के पद के उम्मीदवार बनाए गए हैं। इसके साथ ही अध्यक्ष पद को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच दूरियां स्पष्ट हो गई हैं। विपक्ष का कहना है कि वह लोकसभा अध्यक्ष पद पर सरकार का समर्थन करने को तैयार थे लेकिन उनकी मांग थी कि सरकार बदले में डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दे।
मंगलवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद परिसर में कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष पद पर बात करने के लिए विपक्ष से संपर्क किया था। राहुल के मुताबिक विपक्ष, लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्ता पक्ष का समर्थन करने के लिए राजी था। उन्होंने कहा कि हमने सभी लोगों से बात की। पूरे विपक्ष ने कहा हम लोकसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को समर्थन करेंगे, लेकिन शर्त यह है कि उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह परंपरा रही है और पहले की सरकारों में ऐसा हुआ है।
राहुल के मुताबिक यह बात राजनाथ सिंह को बता दी गई थी। राजनाथ सिंह ने कहा था कि वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इस विषय पर कॉल करेंगे। लेकिन कल से अब तक उनका कोई कॉल नहीं आया।
राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री ने कहा है कि विपक्ष को कंस्ट्रक्टिवली सरकार का सहयोग करना चाहिए। राजनाथ सिंह का कांग्रेस अध्यक्ष को फोन आया था। इस पूरे विपक्ष ने स्पीकर पद पर सरकार को समर्थन की बात कही है, लेकिन परंपरा के मुताबिक डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दिया जाना चाहिए। इस बात पर राजनाथ सिंह ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष को फिर से फोन करेंगे। अभी तक उनका फोन नहीं आया। यह हमारे नेता का अपमान है। उनकी नीयत साफ नहीं है। नरेंद्र मोदी जी कोई कंस्ट्रक्टिव सहयोग नहीं चाहते हैं। उपाध्यक्ष पद विपक्ष को मिलना चाहिए था। हमने सरकार से कहा था यदि परंपरा का पालन किया जाता है तो हम लोकसभा अध्यक्ष को लेकर सरकार का समर्थन करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए के समय में हमने विपक्ष को उपाध्यक्ष का पद दिया था।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते कुछ हैं और करते कुछ और। यही इनका फार्मूला है और यही उनकी रणनीति है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के शब्दों का कोई मतलब नहीं है। बाहर प्रधानमंत्री कहते हैं कि आपसी सहयोग होना चाहिए, सबको मिलकर काम करना चाहिए लेकिन अंदर कुछ और करते हैं।
वहीं संसद में राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद बाहर निकले कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार डिप्टी स्पीकर पद के लिए बाद में विचार करने की बात कह रही है जबकि वह स्पीकर पद के नामांकन फॉर्म पर अभी हस्ताक्षर करने को कह रही है। विपक्ष को यह मंजूर नहीं है। हम लोकसभा स्पीकर के लिए अपना उम्मीदवार उतार रहे हैं।
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