दक्षिण-पश्चिमी मानसून अरब सागर, गुजरात राज्य के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र के शेष हिस्से, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्से, ओडिशा के शेष हिस्से और झारखंड के कुछ हिस्से में आगे बढ़ गया है।
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दक्षिण-पश्चिमी मानसून दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में 11 जून को जल्दी पहुंचने और कई दिनों तक ठहर जाने के बाद रविवार को राज्य में आगे बढ़ गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी।
आईएमडी ने रविवार शाम अपने पूर्वानुमान में कहा कि अगले तीन-चार दिन में गुजरात तथा इससे सटे उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों में पहुंचने के लिए मानसून को लेकर स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
आईएमडी ने अपने मौसम बुलेटिन में कहा, ‘‘दक्षिण-पश्चिमी मानसून अरब सागर, गुजरात राज्य के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र के शेष हिस्से, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्से, ओडिशा के शेष हिस्से और झारखंड के कुछ हिस्से में आगे बढ़ गया है।’’
इसने कहा कि अगले तीन-चार दिन के दौरान इसके उत्तरी अरब सागर तथा गुजरात राज्य के कुछ और हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के शेष हिस्सों, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
प्रवेश के बाद, दक्षिण-पश्चिमी मानसून कई दिन तक गुजरात के अन्य भागों में आगे नहीं बढ़ा था।
दक्षिण-पश्चिमी मानसून आमतौर पर 15 जून को गुजरात में प्रवेश करता है और 20 जून तक अहमदाबाद तथा सौराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों सहित राज्य के अन्य भागों में आगे बढ़ता है। अधिकारियों ने कहा कि यह 25 जून तक सौराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों और 30 जून तक पूरे राज्य में पहुंच जाता है।
आईएमडी के अनुसार, दक्षिण गुजरात के तापी जिले में रविवार सुबह 6.30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में भारी बारिश हुई। इस अवधि के दौरान दक्षिण गुजरात के कई स्थानों और उत्तर गुजरात तथा सौराष्ट्र में भी अलग-अलग स्थानों पर बारिश हुई।
इसने अगले सप्ताह गुजरात के सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान जारी किया है।
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