ओमीक्रोन की चिंता : विशेषज्ञों ने कहा, बूस्टर डोज को दें दूसरी प्राथमिकता
वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत में अभी जनसंख्या के एक बड़े हिस्से को संक्रमण के प्रति आधारभूत सुरक्षा मिलनी बाकी है, इसलिए कोविड-रोधी टीके की ‘बूस्टर’ खुराक देने की बजाय लाभार्थियों को दोनों खुराक देने को प्राथमिकता देनी चाहिए।
![]() मुंबई : टीके के लिए लगी लाइन। |
बहुत से देशों में भले ही बूस्टर खुराक देना पहले से शुरू कर दिया गया हो, लेकिन कई विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में चूंकि बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान छह से आठ महीने पहले ही प्रारंभ हुआ था, इसलिए यहां की प्राथमिकता अलग होनी चाहिए।
भारतीय ‘सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स सिक्वेंसिंग कंसोर्टियम’ (इंसाकोग) ने जोखिम वाले इलाकों और संक्रमण के ज्यादा करीब रहने वाली जनसंख्या के 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके की बूस्टर डोज कीवकालत की है, लेकिन विशेषज्ञों की राय इससे अलग है।
इंसाकोग, राष्ट्रीय जांच प्रयोगशालाओं का एक नेटवर्क है, जिसे सरकार ने कोविड-19 के परिवर्तित होते जीनोमिक स्वरूप पर निगरानी के उद्देश्य से बनाया है।
तीसरी खुराक का सुझाव देना बेमानी
हमारे यहां 18 साल से कम उम्र के लोगों की बड़ी आबादी है। जब तक इन्हें टीका नहीं दिया जाता, दूसरी खुराक के लिए एक समान नीति या तीसरी खुराक का सुझाव देना बेमानी है। भारत में बड़े स्तर पर टीकाकरण मार्च, 2021 में ही शुरू हुआ है। हमें भारत में सभी लाभार्थियों को टीके की दोनों खुराक देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों को बड़े स्तर पर टीका लगाने पर जोर देना चाहिए। भारत में टीका लगवा चुके लोगों में रोग प्रतिरक्षा क्षमता है। --विनीता बल, रोग प्रतिरोधक क्षमता वैज्ञानिक, पुणे
जल्दबाजी में राय नहीं
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि दुनिया में किसी भी टीके के लिए बूस्टर की जरूरत है या नहीं। हाल के अध्ययन में प्रतिरक्षा की अवधि और सुरक्षा में अंतर दिखने लगा है। इसलिए मैं इन आंकड़ों के आधार पर बूस्टर खुराक के बारे में जल्दबाजी में कोई निश्चित राय नहीं दे सकता। --सत्यजीत रथ, एनआईआई, नई दिल्ली
बूस्टर डोज अस्थायी समाधान
टीके की बूस्टर खुराक काम करती भी है तो यह अस्थायी रूप से समस्या का समाधान होगा और इसकी बजाय मास्क लगाने पर जोर देना चाहिए। वैज्ञानिक आंकड़ों से पता चला है कि मास्क के कारण कोविड-19 का प्रसार 53 प्रतिशत तक घट सकता है। टीके की बूस्टर खुराक काम करती भी है तो यह केवल एक अस्थायी समाधान होगा। --वसंत नागवेकर, संक्रामक रोग विशेषज्ञ, मुंबई
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