चमोली ग्लेशियर हादसे पर राज्यसभा में चिन्ता, उत्तराखंड-TRP घोटाले पर चर्चा का नोटिस खारिज
राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा सदन की प्रक्रिया के नियम 267 के के तहत दिए गए निलंबन नोटिस को नामंजूर कर दिया। चमोली हादसे पर राज्यसभा में चिन्ता, सभापति ने उत्तराखंड और TRP घोटाले पर चर्चा के नोटिस को किया खारिज
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उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से हुयी तबाही पर राज्यसभा में सोमवार को चिन्ता व्यक्त की गयी । सभापति एम वेंकैया नायडू ने शून्यकाल के बाद कहा कि उत्तराखंड की घटना दुखद है ।
उन्होंने कहा कि आज सुबह ही वहां के मुख्यमंत्री से बात कर उन्होंने इस घटना के बारे में जानकारी ली है । वहां लोगों की जान तथा संपत्ति का नुकसान बचाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं ।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवान और अन्य एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं । उन्होंने इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि गृह मंत्रालय से भी सूचना मांगी गयी है । हमें कुछ समय इन्तजार करना चाहिये ।
इससे पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विश्वम ने उत्तराखंड की घटना पर सदन का सभी कामकाज रोक कर चर्चा कराने का नोटिस दिया था जिसे अस्वीकार कर दिया गया ।
विश्वम ने उत्तराखंड ग्लेशियर में आई बाढ़ और चतुर्वेदी ने टीआरपी घोटाले के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया था। सभापति ने दोनों नोटिसों को स्वीकार नहीं किया।
नायडू ने कहा, हर कोई आपदा के बारे में चिंतित है, लेकिन हमें सभी तत्थों के आने का इंतजार करना चाहिए और फिर गृह मंत्री को उत्तराखंड की स्थिति से सदन में अवगत कराना चाहिए।
उत्तराखंड में सरकार और एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, जिन्होंने रविवार को ग्लेशियर के फटने के बाद प्रलय के मद्देनजर चमोली का दौरा किया, ने कहा कि 125 से अधिक लोग लापता हैं और संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है।
टीआरपी घोटाला कुछ खास टीवी चैनलों को लेकर है जिसने अपने चैनलों की रेटिंग में हेरफेर किया है।
वेंकैया नायडू ने कहा, प्रियांकजी को कुछ अन्य नियमों पर नोटिस देना चाहिए, फिर मैं इसे नियमों के तहत स्वीकार करूंगा।
उत्तराखंड की तबाही पर राज्यसभा में चिन्ता
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