भारतीय सीमा में फिर चीन की घुसपैठ, पैंगोंग झील के पास जवानों ने दबोचा चीनी सैनिक
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पार करके भारत की सीमा में घुसे चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के एक सैनिक को गिरफ्तार किया गया है।
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भारतीय सेना ने एक बयान में कहा है कि आठ जनवरी 2021 की सुबह एक चीनी सैनिक को लद्दाख स्थित एलएसी की भारतीय सीमा में पैंगोंग त्सो झील के दक्षिण में गिरफ्तार किया गया।
बयान में कहा गया कि पीएलए का सैनिक भारतीय सीमा में घुस आया था, जिसके बाद वहां तैनात भारतीय जवानों ने उसे हिरासत में ले लिया।
मालूम हो कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में एलएसी के पास पिछले कुछ महीनों से गतिरोध बना हुआ है। दोनों देशों के सेनाएं सीमा पर आमने-सामने हैं।
शुक्रवार को पकड़े गए सैनिक से भारतीय सेना पूछताछ कर रही है। सेना ने कहा है कि पीएलए के सैनिक के मामले को निर्धारित प्रक्रियाओं और परिस्थितियों के अनुसार हल किया जा रहा है। सैनिक से पूछताछ की जा रही है कि वह किन परिस्थितियों में भारतीय सीमा में घुसा है। पूछताछ पूरी होने के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी।
पिछले साल 28 और 29 अगस्त को एहतियात के तौर पर भारतीय सेना ने चीन के विस्तारवादी एजेंडे को पनपने से रोकने के लिए पैंगोंग त्सो के दक्षिणी हिस्से में कई ऊंचाई वाले स्थानों पर अपनी पहुंच सुनिश्चित कर ली थी।
शुक्रवार को पीएलए के सैनिक को इसी क्षेत्र से हिरासत में लिया गया है।
पिछले हफ्ते रक्षा मंत्रालय ने अपनी साल के अंत की समीक्षा में चीन को सीमा पर गतिरोध के लिए जिम्मेदार ठहराया था। इसने कहा था कि पीएलए ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर स्थिति को अपरंपरागत हथियारों और बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती करके बढ़ाया है।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि एलएसी पर एक से अधिक क्षेत्रों में यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा और उत्तेजक कार्रवाई की गई है।
भारत ने चीन को स्पष्ट रूप से बता दिया है कि सीमा पर यथास्थिति में एकतरफा बदलाव लाने का कोई भी प्रयास अस्वीकार्य है। इसके साथ ही भारत यह भी स्पष्ट कर चुका है कि देश अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए दृढ़ है।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर नौ महीने से गतिरोध बना हुआ है। कई स्तरों के संवाद के बावजूद कोई सफलता नहीं मिली है और गतिरोध जारी है।
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