भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की उत्पत्ति पर चर्चा करने के लिए सोमवार को अपने शीर्ष सलाहकारों की एक आपात बैठक बुलाई है।
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कोविड-19 वायरस के इस नए प्रकार के दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड और लंदन में मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है।
संयुक्त निगरानी समूह की अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक करेंगे। इस आपातकालीन बैठक में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रतिनिधि और अन्य लोग हिस्सा लेंगे।
बता दें कि 19 दिसंबर को ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने घोषणा की थी कि वायरस के नये वैरिएंट के फैलने की क्षमता 70 प्रतिशत ज्यादा हो सकती है। उनके स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने कहा कि नया वैरिएंट 'नियंत्रण से बाहर' है।
यह खबर आते ही सऊदी अरब और कई यूरोपीय देशों- इटली, बेल्जियम, फ्रांस और नीदरलैंड ने यूके से आने और जाने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया।
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को ट्वीट किया कि वह "कोविड-19 वायरस के नए वैरिएंट को लेकर ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ निकट संपर्क में है। साथ ही वादा किया कि उसे जितनी जानकारी मिलेगी, वह सरकारों और लोगों को इसकी जानकारी देगा।"