राष्ट्रपति बाइडन ने हाल ही में कहा था कि ट्रंप को निशाने पर लेने का समय आ गया है। हालांकि, हमले के बाद अब बाइडन ने माना है कि उन्होंने यह कहकर गलती की थी कि वह ट्रंप को निशाने पर लेना चाहते हैं।
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साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि ट्रंप अब भी लोकतांत्रिक संस्थानों के लिए खतरा बने हुए हैं।
बाइडन ने यह टिप्पणी पिछले सप्ताह दानदाताओं के साथ एक निजी बातचीत के दौरान की थी। उस बातचीत के दौरान बाइडन ने कहा था कि उन्होंने ट्रंप के साथ बहस में अपने निराशाजनक प्रदर्शन के बारे में बात करना बंद कर दिया है और अब ‘‘ट्रंप को निशाने पर लेने का समय आ गया है।’’
बाइडन ‘न्यूज एजेंसी’ को दिए एक साक्षात्कार के दौरान राष्ट्रपति पद के लिए अपनी फिटनेस को लेकर पूछे गए सवालों पर कई बार बचाव की मुद्रा में नजर आए।
बाइडन ने यह स्पष्ट किया कि वह ट्रंप पर अपना ध्यान केंद्रित करते रहेंगे। उन्होंने अपनी ‘‘गलती’’ स्वीकार की लेकिन उन्होंने नवंबर में होने वाले चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के हारने पर ‘‘खूनखराबे’’ को लेकर की ट्रंप की टिप्पणियों का भी जिक्र किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘देखिए, आप लोकतंत्र पर वास्तविक खतरे के बारे में कैसे बात करते हैं, कोई राष्ट्रपति कब ऐसा कहता है जैसा कि उन्होंने कहा?’’
ट्रंप (78) शनिवार को पेनसिल्वेनिया में एक रैली में उस समय बाल-बाल बच गए, जब 20 वर्षीय एक हमलावर ने उन पर कई गोलियां चलाईं। इस हमले में वह जख्मी हो गए और उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से पर चोट आई।
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