पाकिस्तान की विपक्ष ने टीटीपी के साथ बातचीत शुरू करने के सरकार के कदम की आलोचना की

Last Updated 03 Oct 2021 05:20:07 PM IST

जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की विपक्ष पार्टी ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के कुछ समूहों के साथ बिना सलाह-मशविरा किए बातचीत करने के सरकार के फैसले की आलोचना की है और प्रधानमंत्री इमरान खान से इस मुद्दे पर संसद को विश्वास में लेने का आह्वान किया है।


तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी)

कुछ दिनों पहले, खान ने टीआरटी वर्ल्ड के साथ एक साक्षात्कार में खुलासा किया था कि उनकी सरकार टीटीपी के कुछ समूहों के साथ शांति वार्ता कर रही है।

पीएमएल-एन के सीनेटर इरफान सिद्दीकी ने कहा कि टीटीपी के साथ बातचीत एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है और विपक्ष को इस पर अंधेरे में रखना उचित नहीं है।

जियो न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने आतंकवादियों के साथ शांति वार्ता की प्रक्रिया में सभी हितधारकों को शामिल करने के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कदम का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ के कार्यकाल में बातचीत को संसद ने मंजूरी दी थी।

उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर आगे चर्चा करने के लिए तुरंत संसद का सत्र बुलाने की मांग की।



रिपोर्ट में कहा गया है कि पीपीपी नेता शाजिया मारी ने उन शर्तों पर सवाल उठाते हुए सरकार की खिंचाई की, जिनके आधार पर वह प्रतिबंधित संगठन को माफ करना चाहती है।

टीआरटी वर्ल्ड को दिए अपने साक्षात्कार में, खान ने स्वीकार किया कि अफगान तालिबान दोनों पक्षों में एक-दूसरे से बात करने में शामिल थे।

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कुछ पाकिस्तानी तालिबान समूह वास्तव में हमारी सरकार से बात करना चाहते हैं। आप जानते हैं, कुछ शांति के लिए, कुछ सुलह के लिए।

यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान वास्तव में टीटीपी के साथ बातचीत कर रहा है, प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनमें से कुछ के साथ बातचीत चल रही है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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