अमेरिकी संसद भवन के बाहर फायरिंग
अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) के बाहर एक सुरक्षा अवरोधक पर एक व्यक्ति ने शुक्रवार को दो पुलिस अधिकारियों को कार से कुचल दिया जिसमें एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।
अमेरिकी संसद भवन के बाहर फायरिंग |
पुलिस अधिकारियों पर कार चढ़ाने के बाद हमलावर बाहर निकला और एक चाकू लेकर अधिकारियों की तरफ दौड़ पड़ा। कैपिटल पुलिस ने 25 वर्षीय संदिग्ध नोह ग्रीन को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई।
कैपिटल पुलिस की कार्यवाहक प्रमुख योगानांडा पिटमैन ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, यह घटना शुक्रवार दोपहर 1:02 बजे हुई जब संदिग्ध ने दो अधिकारियों पर कार चढ़ा दी और फिर एक बैरिकेड पर टक्कर मारी। इसके बाद संदिग्ध हाथ में चाकू लिए कार से बाहर निकला। उन्होंने बताया, कैपिटल पुलिस अधिकारियों ने संदिग्ध को बातों में उलझाने की कोशिश की। उसने बातों का जवाब नहीं दिया। संदिग्ध अमेरिकी कैपिटल पुलिस अधिकारियों की ओर बढ़ने लगा जिसके बाद उन्होंने उस पर गोली चलाई। कैपिटल पुलिस विभाग में छह जनवरी के अभूतपूर्व विद्रोह के बाद तीन महीनों में किसी पुलिस अधिकारी के ड्यूटी पर रहते हुए मौत का यह दूसरा मामला है।
राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, वह और उनकी पत्नी हमले के बारे में जानकार दुखी हैं। उन्होंने मारे गए पुलिस अधिकारी विलियम इवांस के परिवार के प्रति संवेदनाएं जताई हैं। बाइडन ने मृतक पुलिस अधिकारी के सम्मान में व्हाइट हाउस और सभी संघीय इमारतों में अमेरिका के झंडों को आधा झुकाने के आदेश दिए हैं। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा, अमेरिकी कैपिटल पुलिस के बहादुर अधिकारी विलियम इवांस ने कैपिटल और अमेरिकी लोगों की तरफ से वहां काम कर रहे लोगों की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। अधिकारी इवांस और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।
वाशिंगटन डीसी के मेट्रोपोलिटन पुलिस विभाग के प्रमुख रॉबर्ट कोन्टी ने कहा, मामले की जांच चल रही है और इस समय अभी कोई खतरा नजर नहीं आ रहा। उन्होंने कहा, जाहिर है कि अभी हम जांच के शुरुआती स्तर पर हैं। हमें इस बेवकूफी भरी हरकत के पीछे की मंशा को समझने की जरूरत है। इसका आतंकवाद से कोई संबंध नजर नहीं आता। जांचकर्ता संदिग्ध की पृष्ठभूमि की पड़ताल कर रहे हैं और पता लगा रहे हैं कि क्या उसे कोई मानसिक बीमारी थी। उसके हाल के सोशल मीडिया पोस्ट से पता चला है कि ग्रीन खुद को इस्लाम के राष्ट्र और उसके संस्थापक लुईस फर्राखान का समर्थक बताता है।
भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा, यह घटना छह जनवरी के विद्रोह की याद दिलाती है। हमले के समय वह कार में फंस गए थे। यह हमला कैपिटल के समीप सुरक्षा जांच चौकी पर हुआ जिसका इस्तेमाल सीनेटर और कर्मचारी सप्ताहांत पर करते हैं।
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