वीडियो एडिटिंग में कम नहीं मौके

 वीडियो एडिटिंग में कम नहीं मौके

वीडियो एडिटिंग दो प्रकार से की जाती है. लीनियर और नॉन-लीनियर एडिटिंग. लीनियर एडिटिंग को टेप टू टेप एडिटिंग भी कहा जाता है. इसमें फिल्म टेप को एक-एक करके कॉपी किया जाता है. फिर उसे एडिट किया जाता है. यह तकनीकी फिल्म यानी रील के वीडियो में किया जाता है. नॉन-लीनियर एडिटिंग को डिजिटल वीडियो एडिटिंग भी कहा जाता है. इसमें एडिटिंग ऑन स्क्रीन कम्प्यूटर पर किया जाता है. आजकल दोनों एडिटिंग प्रक्रिया का प्रयोग किया जाता है.

 
 
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