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फाइनेंशियल मैनेजमेंट- वैश्वीकरण के इस दौर में न सिर्फ भारतीय अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व बदलाव आया है, बल्कि इसने भारतीय कॉरपोरेट सेक्टर को भी नई दिशा प्रदान की है. जाहिर है, इससे कॉरपोरेट सेक्टर में नई-नई नौकरियां सामने आ रही हैं. अगर कॉरपोरेट सेक्टर में अपने करियर को नया आयाम देना चाहते हैं, तो फाइनेंशियल एक्सपर्ट के रूप में करियर का आगाज कर सकते हैं. इसमें डिप्लोमा कोर्सेज के अलावा मास्टर डिग्री कोर्स भी उपलब्ध हैं. फाइनेंस से संबंधित कोर्स में फाइनेंशियल अकाउंटिंग और इकोनॉमिक्स पर खास जोर दिया जाता है. यह कोर्स चार्टर्ड अकाउंटेंट, कास्ट अकाउंटेंट, सीएस और एमबीए प्रोफेशनल्स में काफी लोकप्रिय है. फाइनेंशियल सर्विस से जुड़े प्रोफेशनल्स के मुख्य कार्य ऑर्गनाइजेशन के लिए पैसा अर्जित करना, नकदी का इंतजाम करना और किसी भी निवेश पर अधिक से अधिक रिटर्न प्रदान करना होता है. साथ ही, फाइनेंशियल प्लानिंग में भी इनका अहम योगदान होता है. फाइनेंस से जुड़े लोगों को किसी भी कंपनी के संपूर्ण वित्तीय प्रबंधन को समझना और शीर्ष प्रबंधकों को वित्तीय और आर्थिक नीति बनाने और उन्हें लागू करने में मदद करना होता है. इसके अलावा क्रेडिट कार्ड ऑपरेशंस का भी क्षेत्र है, जहां फाइनेंस के जानकारों का भरपूर इस्तेमाल होता है.