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- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, उभरता क्षेत्र
करियर: आईईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के सीईओ डॉ. नवीन गुप्ता के मुताबिक, वाहन बनाने वाली कंपनियों से लेकर सर्विस स्टेशन, स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन, प्राइवेट ट्रांसपोर्ट कंपनियों, इंश्योरेंस कंपनियों जैसी जगहों पर अवसरों की भरमार है. जरूरत है तो कुशल और समर्पित लोगों की, जिन्होंने ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रखी है. सबको योग्यता के हिसाब से कोई न कोई काम उपलब्ध है. कंप्यूटर के आजाने से डिजाइन में क्रांति आ गई है. जो लोग इसमें महारत रखते हैं वे इसे चुन सकते हैं. इसके अलावा, अपना गैरेज, वर्कशॉप या सर्विस सेंटर खोला जा सकता है. जिसके पास मास्टर डिग्री है व ग्रेजुएट लेवल पर पांच साल तक पढ़ाने का अनुभव है, वह लेक्चरर बन सकता है. जिनकी रिसर्च में रुचि है, वह पीएचडी कर सकते हैं. कुछ नाम हैं- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग टेक्नीशियंस सेफ्टी इंजीनियरिंग एनवीएच (नॉयस, वाइब्रेशन एंड हार्शनेस) इंजीनियर्स परफॉरमेंस इंजीनियर वेहिकल डायनेमिक्स कंट्रोलर ऑपरेशंस रिसर्च व डिजाइन