GDP डेटा, F&O एक्सपायरी और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से अगले हफ्ते तय होगा शेयर बाजार का रुझान
भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता काफी अहम रहने वाला है। इस दौरान घरेलू अर्थव्यवस्था से जुड़े जरूरी आर्थिक आंकड़े जारी किए जाएंगे, जिसका असर शेयर बाजार की चाल पर देखने को मिल सकता है।
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वहीं, 27 फरवरी को होने वाली एफएंडओ एक्सपायरी भी शेयर बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगी।
सरकार द्वारा 28 फरवरी को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का जीडीपी डेटा और वित्त वर्ष 2024-25 की जीडीपी का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त अमेरिका में 26 फरवरी को होम सेल्स और 27 फरवरी को 2024 की चौथी तिमाही की जीडीपी वृद्धि का दूसरा अनुमान जारी किया जाएगा।
भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता हफ्ता मिला-जुला रहा। सेंसेक्स 628 अंक या 0.83 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 75,311 और निफ्टी 133 अंक या 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,795 पर बंद हुआ।
हालांकि, व्यापक स्तर पर बाजार में तेजी देखने को मिली। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 1.70 प्रतिशत और 1.50 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए।
बीते हफ्ते मेटल इंडेक्स में सबसे अधिक खरीदारी देखी गई थी। वहीं, टेलीकॉम इंडेक्स का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। बाजार का सेंटीमेंट खराब होने की वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रमुख व्यापारिक साझेदारों पर पारस्परिक टैरिफ की घोषणा को माना जा रहा है।
विदेशी निवेशकों ने बीते हफ्ते भी शेयर बाजार में बिकवाली को जारी रखा। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 7,793 करोड़ रुपये की कैश सेगमेंट में बिकवाली की है। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 16,582 करोड़ रुपये बाजार में निवेश किए हैं।
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के डायरेक्टर, पुनित सिंघानिया ने कहा कि बीते हफ्ते निफ्टी ने जून 2024 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर को छुआ और लगातार दूसरे सप्ताह नकारात्मक बंद हुआ। फिलहाल यह 22,800 के नीचे बना हुआ है।
सिंघानिया ने आगे कहा कि निफ्टी के लिए 23,350 एक रुकावट का स्तर है। अगर बिकवाली बढ़ती है तो 22,500 और 22,300 के स्तर देखने को मिल सकते हैं।
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