CBI बगैर हिचकिचाहट भ्रष्टों के खिलाफ कार्रवाई करे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए आज राजनीतिक इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं है और अधिकारियों को बगैर हिचकिचाहट भ्रष्टों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी |
भले ही भ्रष्ट कितने ही ताकतवर क्यों न हों। सीबीआई के हीरत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र और न्याय की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है, और इससे देश को मुक्त कराना सीबीआई (CBI) की प्रमुख जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री यह कहना सही है कि भ्रष्टाचार सर्वाधिक नुकसान युवाओं का कर रहा है।
परिवारवाद की पोषक यह व्याधि युवाओं को समाव अवसर से वंचित कर देती है। दरअसल, यह एक किस्म के पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देता है, जो प्रकारांतर से देश को ही कमजोर करता है। नतीजतन, देश का आर्थिक विकास प्रभावित होता है।
इससे निजात पाने के लिए जरूरी है कि एक प्रकार के प्रति-पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया जाए जिसमें भ्रष्टाचारियों के लिए सांस लेने की भी गुंजाइश न रहे। इसके लिए जरूरी हो जाता है कि भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की जिम्मेदार एजेंसियां पूरी तरह से चाक-चौबंद होकर अपने दायित्व का निवर्हन करें। बेशक, ये तमाम एजेंसियां अपने दायित्व को पूरी निष्ठा से निभाने को तत्पर रहती हैं, लेकिन उन्हें सबसे बड़ी दिक्कत राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव के रूप में दरपेश होती है।
इस बार को बार-बार महसूस किया गया है कि राजनीतिक बॉस यदि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलें तो भ्रष्टाचार को जड़ से उतार फेंका जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता में आते ही अपना मंतव्य जाहिर कर दिया था, जब उन्होंने कहा था कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा। और अब जिस तरह सीबीआई के एक समारोह ने अपनी बात दमदारी से रखी है, इससे उम्मीद बंधती है कि भ्रष्टाचार पर अच्छे से नकेल कसी जा सकेगी। वैसे, लाभान्वित वगरे के दिए जाने वाले लाभ सीधे खातों में प्रेषित किए जाने से भी काफी हद तक भ्रष्टाचार पर लगाम लग सकी है।
बेशक, ऑनलाइन नकद हस्तांतरण जैसे तरीके भ्रष्टाचार के ताबूत में कील कहे जा सकते हैं, लेकिन किसी भ्रष्टाचारी के बच न पाने संबंधी जो राजनीतिक इच्छाशक्ति पीएम मोदी ने जतलाई है, यकीनन यह भ्रष्टाचार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। सीबीआई की आमजन के बीच विसनीयता से तो और भी उम्मीद बंधती है कि भ्रष्टाचार की असाध्यता जल्द टूटेगी।
| Tweet |