यूके मीडिया नियामक ऑफकॉम ने बच्चों की पोर्न साइटों तक पहुंच रोकने के लिए उठाए कदम

Last Updated 05 Dec 2023 12:51:17 PM IST

ब्रिटेन के इंटरनेट नियामक ऑफकॉम ने पोर्न साइटों पर बच्‍च्‍चों की पहुंच रोकने के लिए आयु-जांच को लेकर दिशानिर्देश जारी किए हैं


ब्रिटेन के इंटरनेट नियामक ऑफकॉम ने पोर्न साइटों पर बच्‍च्‍चों की पहुंच रोकने के लिए आयु-जांच को लेकर दिशानिर्देश जारी किए हैं।

ऑफकॉम ने एक बयान में कहा, नए ऑनलाइन सुरक्षा अधिनियम के तहत, अश्लील सामग्री प्रदर्शित या प्रकाशित करने वाली वेबसाइटों और ऐप्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चे आमतौर पर उनकी सेवा पर अश्लील साहित्य का सामना न कर सकें।

नियामक ने कहा कि इसमें फोटो आईडी मिलान, चेहरे की उम्र का अनुमान और क्रेडिट कार्ड की जांच शामिल हो सकती है। ऑनलाइन सेवाओं को उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता और वयस्कों के कानूनी पोर्नोग्राफी तक पहुंचने के अधिकारों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।

जो कंपनियां अंततः असफल होंगी, उन्हें संभावित जुर्माने सहित प्रवर्तन कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

ऑफकॉम को उम्मीद है कि वह 2025 की शुरुआत में अपनी फाइनल गाइडलाइन जारी करेगी। जिसके बाद सरकार इन कर्तव्यों को लागू करेगी

ऑफकॉम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेम मेलानी डावेस ने कहा, ''हमारा व्यावहारिक मार्गदर्शन अत्यधिक प्रभावी आयु जांच के लिए तरीकों की एक श्रृंखला निर्धारित करता है। हम स्पष्ट हैं कि उपयोगकर्ताओं को स्वयं अपनी आयु घोषित करने की अनुमति देने जैसी कमजोर विधियां इस मानक को पूरा नहीं करेंगी।

डॉवेस ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि सभी सेवाएं बच्चों को पोर्नोग्राफी में फंसने से मजबूत सुरक्षा प्रदान करेंगी, और यह भी ध्यान रखेंगी कि वयस्कों के लिए कानूनी सामग्री तक पहुंचने के गोपनीयता अधिकार और स्वतंत्रता की रक्षा की जाए।''

नवीनतम शोध से पता चलता है कि बच्चों द्वारा पहली बार ऑनलाइन पोर्नोग्राफी देखने की औसत आयु 13 वर्ष है। हालांकि लगभग एक-चौथाई 11 वर्ष (27 प्रतिशत) की आयु तक इसका सामना करते हैं, और 10 में से एक 9 वर्ष (10 प्रतिशत) की आयु तक यहां पहुंच जाता है।

नियामक ने जोर दिया, ''ऑफकॉम का काम ऑनलाइन पोर्नोग्राफी सेवाओं को उनकी कानूनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में मदद करने के लिए मार्गदर्शन तैयार करना है और यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें जवाबदेह ठहराना है। हमारा मसौदा मार्गदर्शन सख्त मानदंड निर्धारित करता है कि आयु जांच को अत्यधिक प्रभावी माना जाना चाहिए, उन्हें तकनीकी रूप से सटीक, विश्वसनीय और निष्पक्ष होना चाहिए।''

आगेे कहा, ''हम यह भी अपेक्षा करते हैं कि आयु आश्वासन लागू करते समय सेवाएं सभी उपयोगकर्ताओं के हितों पर विचार करेंगी। इसका मतलब है कि बच्चों को मजबूत सुरक्षा प्रदान करना और इस बात का ध्यान रखना कि गोपनीयता के अधिकार सुरक्षित रहें

अधिकांश लोग बच्चों की सुरक्षा के साधन के रूप में ऑनलाइन अश्लील साइटों पर आयु आश्वासन का मोटे तौर पर समर्थन करते हैं।

IANS
नई दिल्ली


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