'समय' की मुहिम का असर-मिले बिछड़े, आप भी भेजिए अपनों की जानकारी
उत्तराखंड त्रासदी में बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाने की 'सहारा समय' की मुहिम रंग ला रही है.
बिछड़ों को मिलाने में सफल समय की मुहिम (फाइल फोटो) |
बाढ़ और भारी बारिश में फंसे और लापता श्रद्धालुओं-पर्यटकों के लिए चलाए जा रहे प्रशासनिक राहत और बचाव कार्य से इतर सहारा समय की मुहिम ने वहां फंसे लोगों को दिखाकर उनके अपनों को राहत दी है.
लापता लोगों के रिश्तेदार बराबर हमसे संपर्क कर रहे है और उनकी दी गई जानकारी हम लगातार अपनी वेबसाइट www.samaylive.com पर भी प्रकाशित कर रहे हैं साथ ही अपने सहयोगी चैनल 'समय' नेशनल, यूपी/उत्तराखंड, मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़, बिहार/झारखंड, एनसीआर/हरियाणा/राजस्थान, महाराष्ट्र/गुजरात और आलमी सहारा पर चला रहे है जिससे उन्हें उनके अपनों को ढूंढने में मदद मिल रही है.
कई लोगों ने हमारे चैनल के माध्यम से अपने बिछड़े लोगों को देखा है जिससे उनकी टूटी हुई आस फिर जुड़ गई है.
उत्तराखंड आपदा में उत्तर प्रदेश के सुरक्षित लोगों की सूची के लिए यहां क्लिक करें
राजस्थान से राजेश चौधरी को मिली मदद
राजेश ने हमें हमारे ई-मेल web@media-sahara.com पर हमें अपने बिछड़ों की जानकारी भेजी थी जिसे हमने प्रकाशित किया. हमारे चैनल पर उत्तराखंड में फंसे लोगों को दिखाए जाने के दौरान इन्होंने अपनों को सुरक्षित देखकर राहत की सांस ली है.
फोन पर बातचीत के दौरान राजेश चौधरी ने बताया कि लापता लोग उनके दोस्त के माता-पिता हैं. उन्होंने बताया कि सहारा समय पर उत्तराखंड में फंसे लोगों को दिखाए जाने के दौरान वे लोग भी नज़र आए. उन्हें सही सलामत देखकर बेहद खुशी हो रही है. अब उन्हें विश्वास हो गया है कि वे जल्द से जल्द घर लौट आएंगे.
रोहित पटीधर को भी मिली अपनों की खबर
रोहित ने भी हमारे चैनल पर चली स्पेशल रिपोर्ट में अपनों को देखा तो उनकी उम्मीद फिर जग गई. हम सभी पीड़ितों के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वे सही सलामत अपने घर पहुंच जाएं.
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