उत्तराखंड में बारिश ने मचाई तबाही, कुमाऊं क्षेत्र में 42 लोगों की मौत, कई मकान ढहे, कई लोग मलबे में फंसे
उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने से मंगलवार को 42 और लोगों की मौत हो गई।
कुदरत का कहर : कोसी नदी में उफान आने के बाद नैनीताल के जिम कॉब्रेट पार्क के पास एक रिजॉर्ट में घुसा बाढ़ का पानी। |
इस दौरान कई मकान ढह गए। कई लोग अब भी मलबे में फंसे हुए हैं। भूस्खलन के कारण नैनीताल का राज्य के अन्य हिस्सों से संपर्क कट गया है। इस बीच सेना के जवानों ने 11 लोगों की जान बचाई।
राज्य आपात अभियान केंद्र (एसईओसी) के अनुसार राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 42 हो गई।
इनमें 28 लोग नैनीताल जिले में मारे गए। छह-छह लोगों की मौत अल्मोड़ा और चंपावत में हुई जबकि पिथौरागढ़ और उधमसिंह नगर में एक-एक की मौत हुई।
भूस्खलन के बाद नैनीताल से पांच लोगों के लापता होने की खबर है जबकि अल्मोड़ा से एक और चंपावत जिले से दो लोग लापता हैं।
राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों, पुलों और रेल पटरियों को नुकसान पहुंचा हैं। क्षतिग्रस्त पटरियों को ठीक करने में चार-पांच दिन लगेंगे।
नैनीताल का संपर्क राज्य के बाकी हिस्सों से दूसरे दिन भी कटा रहा क्योंकि भूस्खलन से जिले की ओर जाने वाले तीन रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं। नैनीताल में मॉल रोड और नैनी झील के किनारे पर स्थित नैना देवी मंदिर में बाढ़ आ गई है जबकि भूस्खलन के कारण एक हॉस्टल की इमारत को नुकसान पहुंचा है। भूस्खलन से शहर से बाहर जाने का रास्ता अवरुद्ध हो गया है।
रामनगर-रानीखेत मार्ग पर लेमन ट्री रिजॉर्ट में करीब 100 लोग फंस गए हैं और कोसी नदी का पानी रिजॉर्ट में घुस रहा है। नैनीताल जिले में बिजली, दूरसंचार और इंटरनेट संपर्क भी बुरी तरह बाधित है। नैनीताल से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिला प्रशासन शहर में फंसे पर्यटकों की मदद के लिए पुरजोर प्रयास कर रहा है। शहर में आने वाले और बाहर जाने वाले वाहनों में सवार यात्रियों को आगाह करने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है।
प्रधानमंत्री ने धामी और भटट् से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और मूसलाधार बारिश से प्रभावित राज्य की स्थिति के संबंध में जानकारी हासिल की। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मोदी को राज्य की मौजूदा स्थिति के संबंध में जानकारी दी और बताया कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। प्रधानमंत्री ने भी धामी को स्थिति से निपटने के लिए हर आवश्यक मदद का आश्वासन दिया। मोदी ने केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट से भी इस संबंध में बात की। भट्ट उत्तराखंड के ही रहने वाले हैं।
धामी ने किया मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार शाम आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि इस आपदा के कारण जिन परिवारों में जनहानि हुई है उनके आश्रितों को चार लाख रुपए का मुवआजा दिया जाएगा। उन्होंने पीड़ितों से मिलते हुए कहा कि सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। यह एक दैवीय आपदा की घड़ी है। इस परिस्थितियों में सभी के सहयोग से इस आपदा से निपटा जाएगा। उन्होंने पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
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