प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नाइजीरिया के सर्वोच्च सम्मान, 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर' (जीसीओएन) पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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इसी के साथ पीएम मोदी नाइजीरिया का यह सर्वोच्च सम्मान पाने वाले विश्व की दूसरी बड़ी शख्सियत बन गए हैं। इससे पहले महारानी एलिजाबेथ एकमात्र विदेशी हस्ती हैं, जिन्हें 1969 में इस पुरस्कार से नवाजा गया था।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि नाइजीरिया के राष्ट्रीय पुरस्कार 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर' से सम्मानित किए जाने पर मैं आपका, नाइजीरिया की सरकार और लोगों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मैं इस सम्मान को विनम्रता और आदर भाव से स्वीकार करता हूं। मैं इस सम्मान को 140 करोड़ भारतवासियों और भारत-नाइजीरिया की गहरी मित्रता को समर्पित करता हूं।
भारत और नाइजीरिया के संबंध आपसी सहयोग, सद्भाव और परस्पर सम्मान पर आधारित हैं। दो जीवंत लोकतंत्र और गतिशील अर्थव्यवस्था के रूप में हम मिलकर दोनों देशों के लोगों की भलाई के लिए काम करते रहे हैं।
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने आपसी सहयोग को और अधिक सुदृढ़ और व्यापक बनाने पर विस्तार से चर्चा की। अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, कृषि, सुरक्षा, फिनटेक, स्मॉल एंड मीडियम स्केल एंटरप्राइज (सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यम) और सांस्कृतिक क्षेत्रों में नई संभावनाओं की पहचान की है।
अफ्रीका में नाइजीरिया की बहुत बड़ी और सकारात्मक भूमिका रही है तथा अफ्रीका के साथ करीबी सहयोग भारत की उच्च प्राथमिकता रहा है। भारत और नाइजीरिया, दोनों देशों के लोगों और पूरे अफ्रीका महाद्वीप की समृद्धि के लिए मिलकर आगे बढ़ेंगे। हम करीबी समन्वय के साथ काम करते हुए, ग्लोबल साउथ के हितों और प्राथमिकताओं को महत्व देंगे।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के निमंत्रण पर अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में नाइजीरिया पहुंचे। राष्ट्रपति ने अबुजा एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस यात्रा को भारत और नाइजीरिया के रिश्तों को मजबूत करने के लिए खास माना जा रहा है।
तीन देशों की इस यात्रा में पीएम मोदी पहले नाइजीरिया (16 से 21 नवंबर), फिर ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, और अंत में गुयाना का दौरा करेंगे।
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