Kawad Yatra 2024: सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर, पूरे यूपी में होटलों-ढाबों पर लिखना होगा मालिक का नाम
Kawad Yatra 2024: यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में 240 किलोमीटर लंबे कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी होटलों, ढाबों और ठेलों सहित भोजनालयों को अपने मालिकों या इन दुकानों पर काम करने वालों के नाम प्रदर्शित करने के आदेश के कुछ दिनों बाद शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य के लिए ऐसा ही आदेश जारी करने का फैसला किया।
![]() यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ |
सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि जल्द ही एक औपचारिक आदेश जारी होने की संभावना है।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने सोमवार को कहा था, ‘जिले में कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यहां लगभग 240 किलोमीटर लंबा कांवड़ मार्ग है। मार्ग पर स्थित सभी होटलों, ढाबों और ठेले वालों से अपने मालिकों या फिर वहां काम करने वालों के नाम प्रदर्शित करने को कहा गया है।
यह इसलिए जरूरी है, ताकि किसी कांवड़िये के मन में कोई भ्रम न रहे।’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा था, ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि कांवड़ियों के बीच कोई भ्रम न हो और कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा न हो।
सभी स्वेच्छा से इसका पालन कर रहे हैं। मेरठ के बाट-माप विभाग के प्रभारी वी के मिश्रा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अनुसार, प्रत्येक रेस्टोरेंट या ढाबा संचालक के लिए फर्म का नाम, अपना नाम और लाइसेंस नंबर लिखना अनिवार्य है। उनके अनुसार ‘जागो ग्राहक जागो‘ योजना के तहत नोटिस बोर्ड पर मूल्य सूची भी लगाना अनिवार्य है।
उत्तराखंड भी यूपी की राह पर
उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब देवभूमि उत्तराखंड में कांवड़ रूट पर आने वाली दुकान और रेस्टोरेंट के मालिकों को नेमप्लेट लगानी होगी। हरिद्वार पुलिस ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है।
22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक नया आदेश जारी किया है। मुजफ्फरनगर पुलिस ने कावड़ यात्रा के रास्ते में आने वाली दुकानों और रेस्टोरेंट के मालिकों को अपने नाम का बोर्ड लगाने का आदेश दिया था।
इसी तर्ज पर हरिद्वार पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्ग में दुकानदारों को नेमप्लेट लगाने का आदेश जारी किया है।
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