यूपी में विधानसभा उपचुनाव साथ मिल लड़ेंगी सपा-कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन करने वाली अखिलेश व राहुल की जोड़ी अपनी दोस्ती को और मजबूत नींव देंगे।
![]() सपा-कांग्रेस |
इसके लिए 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में लोकसभा की तरह की गठबंधन कर दोनों पार्टी ने साथ मिल लड़ने की रणनीति बनाई है।
विधानसभा के कार्यकाल के करीब मध्य में एक साथ 9 विधानसभा सीटों पर होने वाला यह उप चुनाव प्रदेश में अखिलेश वर्सेस योगी की दम-खम की लड़ाई का एक और टेस्ट होगा।
यह देखना दिलचस्प होगा कि गठबंधन में सपा कांग्रेस की 9 में से कितनी सीटें देती हैं। वैसे तीन सीटों पर कांग्रेस की दावेदारी मजबूत बताई जा रही है। इस तरह 6 व 3 सीटों पर विधानसपा उपचुनाव लड़ने को लेकर दोनों दलों के बीच सहमति बन सकती है।
प्रदेश के जिन 9 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं, वे सभी सबंधित विधायक के सांसद चुने जाने के कारण खाली हुए हैं।
विधानसभा उप चुनाव वाले 9 सीटों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की सीट करहल (मैनपुरी) के साथ ही मीरापुर (मुजफ्फरनगर), मिल्कीपुर (अयोध्या), कटेहरी (अंबेडकरनगर), कुंदरकी (मुरादाबाद), फूलपुर ( प्रयागराज), गाजियाबाद, मझवां (मीरजापुर) व खैर (अलीगढ़) शामिल हैं। इन 9 सीटों में से 4 सीटें करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी व कुंदरकी सपा की कब्जे वाली है।
भाजपा विधायकों वाली 5 सीटों में खैर, गाजियाबाद व फूलपुर तथा एक- एक सीट मझवां व मीरापुर भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी व आरएलडी के पास है। मझवां के विधायक बिंद लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर एमपी चुने गये हैं।
| Tweet![]() |