ब्रिटेन से भारत लौटे 400 भारतीयों में से 50 लापता
ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्वरूप सामने आने पर गौतमबुद्धनगर में भी खलबली मच गई है।
ब्रिटेन से भारत लौटे 400 भारतीयों में से 50 लापता |
हाल के दिनों में ब्रिटेन से लौटे लोगों की जहां स्वास्थ्य विभाग ने खोजबीन शुरू कर दी, वहीं स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन से लौटकर गौतमबुद्धनगर में आए चार सौ में से 50 लोगों का कुछ पता नहीं चल पा रहा हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी लोगों को खोजने के लिए पुलिस विभाग से मदद मांगी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को इन लोगों के मोबाइल नंबर और स्थानीय पतों की जानकारी भेजी गई है। इन लोगों के घरों में जब स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो इनके घरों में ताला लगा था। टीम ने सभी लोगों के मोबाइन नंबर पर भी संपर्क किया, लेकिन संपर्क न हो सका।
ज्ञात हो ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि के बाद शासन ने नौ दिसम्बर के बाद वहां से लौटे सभी भारतीयों पर निगरानी करने और उनकी कोरोना वायरस की जांच करने का आदेश जारी कर इन लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे हैं। जांच में दो महिलाओं में कोरोना की पुष्टि भी हुई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम इन लोगों के घर जा पहुंची जहां 50 लोगों के घरों पर ताला लटका था। उनके मोबाइल नम्बर भी बंद आ रहे हैं। इस बाबत पुलिस की मदद ली जा रही है।
इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दीपक ओहरी ने बताया, नए स्ट्रेन की जानकारी मिलने के बाद से गौतमबुद्धनगर में अब तक 400 से अधिक लोग आ चुके हैं। जिनकी कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच की जानी है। टीम ब्रिटेन से लौटे सभी लोगों की नमूने जांचने के लिए उनके घर जा रही है। इसमें करीब 50 लोग ऐसे हैं, जिनसे स्वास्थ्य विभाग का न तो संपर्क हो पा रहा है और न ही कोई व्यक्ति इनके घर पर है। दरवाजे पर भी ताला लटका है। इन लोगों का पता और मोबाइल नम्बर पुलिस को भेज दिए गए हैं। पुलिस उनको ट्रेस करके स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देगी। उन्होंने कहा, स्वास्थ्य विभाग सभी लोगों से अपील करता है कि वह खुद स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें।
उन्होंने कहा, ब्रिटेन से लौटी दोनों महिलाओं में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इन दोनों महिलाओं का नमूना आईसीएमआर लैब जांच के लिए भेजा गया है। ताकि वायरस के नए स्ट्रेन के बारे में जानकारी मिल सके। यह जानकारी बृहस्पतिवार या शुक्रवार को मिल सकेगी। संभावना है कि दोनों महिलाएं नोएडा आने के बाद संक्रमित हुई हों, लेकिन किसी भी प्रकार की पुख्ता जानकारी रिपोर्ट के बाद ही मिल सकती है। उन्होंने बताया, ब्रिटेन से लौटे लोगों के इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में स्वास्थ्य विभाग ने स्पेशल वार्ड बनाने का निर्देश जारी किया गया है। यह वार्ड जिम्स में चौथी मंजिल पर बनाया गया है।
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