जम्मू-कश्मीर में वक्फ कानून को लेकर सियासत तेज हो गई है। वक्फ कानून के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस के स्थगन प्रस्ताव को लेकर भाजपा की तरफ से सवाल उठाए गए हैं। इस मुद्दे पर अब कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट्ट की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि इस कानून को लेकर कोई भी खुश नहीं है।

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कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट्ट ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, "वक्फ कानून को लेकर लोगों में नाराजगी है और जिनके बारे में ये कानून है, उनमें से एक भी व्यक्ति खुश नहीं है। इसलिए अब मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया है। मुझे लगता है कि इस पर बात होनी चाहिए।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू दौरे पर कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट्ट ने कहा, "वह देश के गृह मंत्री हैं और उनका स्वागत है। वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए यहां आएंगे और यह बहुत संतोष की बात है कि वह सुरक्षा समीक्षा में मुख्यमंत्री को भी शामिल करेंगे। मुझे लगता है कि लोगों के हित में जो भी मुनासिब होगा, उसके बारेमें फैसले होने चाहिए।"
इससे पहले जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने वक्फ कानून के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा स्थगन प्रस्ताव लाने के निर्णय को लेकर सवाल उठाए।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "मेरे विचार से नेशनल कॉन्फ्रेंस स्थगन प्रस्ताव लाने की योजना बनाकर एक बहुत ही असंवैधानिक कार्य कर रही है। विचाराधीन विधेयक पहले ही संसद द्वारा पारित किया जा चुका है और राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है। जहां तक हम समझते हैं, यह मामला अब न्यायपालिका के अधिकार क्षेत्र में है। हमारी विधानसभा के पास इस विधेयक पर चर्चा या बहस करने का अधिकार नहीं है। ऐसा करना असंवैधानिक माना जाएगा। मैं इतना ही कहूंगा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को ऐसी चीजों से बचना चाहिए, क्योंकि वे सरकार में हैं। ऐसे प्रस्ताव लाकर वे अपनी नासमझी का सबूत न पेश करें।"
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