Jammu Kashmir CM Oath: उमर अब्दुल्ला बने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री, सुरिंदर चौधरी बने डिप्टी CM

Last Updated 16 Oct 2024 11:38:55 AM IST

Omar Abdullah Oath Taking Ceremony: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार (16 अक्टूबर) को जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर ली है। इसके साथ ही वे इस केंद्र शासित राज्य के पहले सीएम बन गए।


उमर अब्दुल्ला बने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री

जम्मू कश्मीर को आज यानी बुधवार को नई सरकार मिल गई है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। समारोह में सुरिंदर चौधरी ने डिप्टी सीएम की शपथ ली।

ये शपथ ग्रहण समारोह श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में सुबह 11.30 बजे आयोजित किया गया। इस शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया गठबंधन के कई नेता शामिल हुए।

इनमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, JKNC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, AAP नेता संजय सिंह, CPI नेता डी राजा सहित INDIA गठबंधन के अन्य नेता मौजूद रहे।

 

नेशनल कॉन्फ्रेंस को कांग्रेस, 'आप' और निर्दलीय विधायकों की तरफ से सरकार बनाने के लिए समर्थन मिला है।

उल्लेखनीय है कि केंद्र शासित प्रदेश में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं। कांग्रेस पार्टी ने उमर अब्दुल्ला की सरकार को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया है। कांग्रेस नई सरकार में शामिल नहीं होगी।

जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने बताया कि कांग्रेस फिलहाल जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्रालय में शामिल नहीं हो रही है। कांग्रेस ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की जोरदार मांग की है, इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भी कई बार सार्वजनिक बैठकों में इसका वादा किया है। लेकिन जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया गया है। हम नाखुश हैं इसलिए फिलहाल हम मंत्रालय में शामिल नहीं हो रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में लगभग 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन ने जीत हासिल की। राज्य में 90 सीटों पर हुए चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 और कांग्रेस पार्टी ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

इसके बाद सीएम फेस के लिए उमर अब्दुल्ला के नाम पर मुहर लगाई गई है। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए। इस चुनाव को लेकर लोग काफी उत्साहित थे।

रविवार को जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रपति शासन हटाया गया है। इसके बाद घाटी में नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हुआ है।

वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला पहले ही साफ कर चुके हैं कि हम चुनाव जीत गए हैं, तो इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं हो जाता है कि अब हम अनुच्छेद 370 के मुद्दे को नहीं उठाएंगे। मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह मुद्दा हमारे लिए कल भी जिंदा था और आज भी जिंदा है। लेकिन, हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि हम उन लोगों से इसे वापस पाने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं, जिन्होंने इसे हमसे छीना है, लेकिन यह लोकतंत्र है। एक दिन जब इस देश में नई सरकार बनेगी, तो हम इस मुद्दे पर उनसे जरूर वार्ता करेंगे।

 

 

 

समय लाइव डेस्क/आईएएनएस
श्रीनगर/नई दिल्ली


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